देवबंद, उत्तर प्रदेश मेें सहारनपुर के देवबंद क्षेत्र में आज मौलाना मसूद मदनी पर अदालत परिसर में बीजेपी के कुछ संगठनों के कार्यकर्ताओं और वकीलों के हमला कर देने के बाद हाई अलर्ट जारी किया है।
उप पुलिस महानिरीक्षक जितेन्द्र शाही ने बताया कि देवबंद क्षेत्र मेें शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिये अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गयी है। कहीं से भी कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए शासन को पूरी जानकारी दे दी गयी है। मामला दर्जकर आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे हैं। कारागार में इनकी सुरक्षा बढाने के आदेश दिये गये हैं।
मौलाना मसूद मदनी को आज सुबह अदालत में पेशी के लिये लाया गया था। इस बीच कुछ संगठनों के कार्यकर्ताओं ने मसूद मदनी को पुलिस गाडी से बाहर खींचने की नाकाम कोशिश की। मदनी ने मौके पर पहुंचे मीडियाकर्मियों से कहा कि उनके जीवन को खतरा पैदा हो गया था। बडी मुश्किल से उनकी जान बची। मसूद मदनी राष्ट्रीय लोकदल के पूर्व सांसद एवं जमीयत उलमा ए हिंद के राष्ट्रीय महासचिव मौलाना महमूद मदनी के छोटे भाई हैं।
मसूद मदनी पिछले 18 मार्च से सहारनपुर के बाल कारागृह में बंद हैं। आज मुकदमे की पेशी पर वह अपर जिला मजिस्ट्रेट देवबंद रामनेत्र सिंह यादव की अदालत में पेशी पर आए थे। अदालत ने उनका रिमांड बढाकर पुनः जेल भेजने के आदेश दिये।
पुलिस ने बताया कि हमलावरों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की गई है। उन्होंने बताया कि जब मसूद मदनी पेशी से बाहर आकर अदालत परिसर में पुलिस गाडी में बैठे थे तो लाठी-डंडो से लैस 25 से ज्यादा विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ताओ और वकीलों ने हमला कर गाडी का शीशा तोड दिया। मदनी को घूसों से मारा-पीटा। आक्रोशित लोगों ने जमकर नारेबाजी की। उनका आरोप था कि पुलिस मसूद मदनी से साठगांठ किये हुए है और उसे जेल के बजाए बाल कारागृह में रखकर सभी सुविधाएं दी जा रही हैं। पुलिस ने दुष्कर्म में शामिल उसके साथियों को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया।
पुलिस ने आज हुए हमले की वीडियोग्र्फी में कई लोगों के नाम पहचान लिए हैं। इसमें भारतीय जनता पार्टी देवबंद नगर अध्यक्ष गजराज राणा, देहात अध्यक्ष उपेंद्र चौधरी, ईशान गौड, बजरंग दल के विकास त्यागी आदि के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज करायी है। बाकी हमलावरों की पहचान की जा रही है। हमला करने वालों में से अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं की गई है।