यहां की रामलीला रेलवे कर्मचारी निभाते है हर पात्र की भूमिका

आगरा, देश भर में राम लीला का मंचन हो रहा है लेकिन आगरा में एक ऐसी राम लीला का मंचन हो रहा है जिसमें रेलवे के कर्मचारी अभिनय करते हैं।
राम से लेकर रावण तक पुरुष कर्मचारी तो कौशल्या से मंदोदरी तक की रेलवे की महिला कर्मचारी अभिनय कर रही हैं। कैंट स्टेशन के पास बने रेलवे संस्थान मैदान में राम लीला का मंचन किया जा रहा है। रेलवे में पिछले 63 साल से लगातार राम लीला का मंचन हो रहा है। रेलवे के 18 कर्मचारी हिस्सा ले रहे हैं जिसमें से तीन महिला कर्मचारी भी शामिल हैं हालांकि एक सेवानिवृत मुस्लिम कर्मचारी निजामुद्दीन राजा जनक का अभिनय निभा रहे हैं। 23 सितंबर को राम लीला मंचन का शुभारंभ हुआ है और 2 अक्टूबर रावण दहन के बाद राम लीला का समापन हो जाएगा।
राम का अभिनय निभा रहे विनोद मौर्य रेलवे बुकिंग क्लर्क हैं, उन्होंने बताया कि 14 साल की उम्र से राम लीला में हिस्सा ले रहे हैं । रेलवे में 2014 में नौकरी लगने के बाद भी राम लीला में हिस्सा लेना नहीं छोड़ा और राम का रोल अभी भी निभा रहे हैं। राजा जनक का अभिनय निभा रहे रेलवे के सेवानिवृत्त कर्मचारी निजामुद्दीन से हुई बात चीत में बताया कि मुगल उनके आदर्श नहीं है। जैसे सुभाषचन्द्र बोस, भगत सिंह और महात्मा गांधी आदर्श हैं वैसे ही राम आदर्श हैं। अपनी संस्कृति को आगे बढ़ाते हुए नौकरी के दौरान और सेवानिवृत्त होने के बाद भी 20 साल से राम लीला मंचन में हिस्सा ले रहे हैं।
रेलवे के कर्मचारियों के अलावा कुछ अन्य बाहरी कलाकारों शामिल किया जाता है लेकिन मुख्य रूप से रेलवे के कर्मचारी ही अभिनय करते हैं। रेलवे कर्मचारी इस राम लीला का मंचन रात में करते हैं और सुबह अपनी नौकरी का भी फर्ज निभाते हैं। राम लीला के मंचन को लेकर तैयारी एक महीने पहले से की जाती है। रेलवे के तमाम अधिकारी और आम लोग इस राम लीला मंचन को देखने पहुंचते हैं।