नई दिल्ली, पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण शौरी ने 500 और 1000 रुपए के पुराने नोटों की मान्यता खत्म किए जाने को एक अतिवादी कदम होने का दावा किए जाने की खिल्ली उड़ाई है। उन्होंने कहा कि कुएं में कूदना या आत्महत्या करना भी कठोर कदम है।
भाजपा के पूर्व नेता ने कहा कि इसका काले धन पर अंकुश लगाने को जो उदेश्य बताया गया है उसके अनुसार हर कोई इसे बेहतरीन कदम कहेगा, लेकिन यह अच्छी तरह सोच समझ कर किया गया कार्य नहीं है। उन्होंने कहा, यह कालेधन पर हमला नहीं है बल्कि भारत की वैध मुद्रा पर हमला है। यह नकद लेन देन पर हमला है।