वाराणसी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज लगातार तीसरे दिन अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में चुनाव प्रचार मे जुटे हुए हैं. सुबह प्रधानमंत्री मोदी गढ़वाघाट पहुंचे. वहां पर उन्होने आश्रम मे संतों से मुलाकात की. उनके साथ कुछ खास लोगों में भाजपा के महासचिव एवं राज्य सभा सांसद भूपेंद्र यादव भी मौजूद थे।
आश्रम में पहुंचते ही रुद्राक्ष की मालाओं से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भव्य और आध्यात्मिक स्वागत किया गया. इसके बाद पीएम मोदी ने आश्रम में गौसेवा की.लगभग 100 साल पुराने आश्रम में पहली बार पहुंचे मोदी ने आश्रम में गायों को केला, आटा-गुड़ और हरा चारा खिलाया. इसके बाद पीएम ने आश्रम के संस्थाक गुरुजी की प्रतिमा पर फूल चढ़ाए और मौजूदा गुरु शरणानंद से मिलकर उनका आशीर्वाद लिया. इस मौके पर गुरु शरणानंद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने नेतृत्व मे भारत को विश्व गुरू बनाने का आशीर्वाद भी दिया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आज गढ़वा घाट जाने के राजनीतिक मायने भी निकाले जा रहे हैं. गढ़वाघाट जाने का सियासी मकसद इसलिए निकाला जा रहा है क्योंकि गढ़वा घाट भगवान कृष्ण के वंशजों का है. इस पीठ से कई बड़े राजनेताओं की आस्था जुड़ी हुई है. राज्यसभा सांसद अमर सिंह, कल्याण सिंह, राजनाथ सिंह, राहुल गांधी, शिवपाल सिंह भी गढ़वा घाट आये हैं. सपा के संरक्षक मुलायम सिंह यादव अक्सर यहां आते रहे हैं. इस पीठ पर उमड़ने वाली भीड़ से भक्तों की श्रद्धा का अंदाजा लगाया जा सकता है. पूर्वांचल में आस्था के केंद्र बिंदु गढ़वा घाट आश्रम के 1 करोड़ से ज्यादा अनुयायी हैं. इसमें ज्यादातर यादव हैं साथ ही पिछड़े और दलित समाज से भी अनुयायी हैं . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आज यादवों के शक्तिपीठ गढ़वाघाट आश्रम आने के इस कदम का मकसद बहुत साफ है. यह इस इलाके के यादव मतदाताओं को अपनी तरफ करने की कोशिश है. आमतौर पर यादव समुदाय को समाजवादी पार्टी का वोटर माना जाता है, लेकिन लोकसभा चुनाव में बीजेपी को यादव मतदाताओं का भी बहुत अच्छा समर्थन मिला था. ऐसे में मोदी की कोशिश यादवों का दिल फिर से जीतने की रहेगी.