लखनऊ, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल एवं विश्वविद्यालय की कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने सोमवार को राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर कहा कि खेल भावनाओं के सम्मान से ही राष्ट्र के गौरव का निर्माण होता है। खिलाड़ी युवाओं के रोल मॉडल है, ऐसे में खिलाड़ियों की प्रतिभाओं को निखारने की जरूरत है।
राज्यपाल ने जौनपुर स्थित वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के मेडल विजेता 121 खिलाड़ियों को राजभवन में आयोजित सम्मान समारोह में कहा कि सामाजिक जीवन में मनुष्य को जो पाठ शिक्षा नहीं सिखाती है, वह खेल का मैदान सिखाता है। खेल स्वस्थ मस्तिष्क का निर्माण करता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरु किये गये ‘फिट इंडिया, खेलो इंडिया’ अभियान इसका प्रमुख उदाहरण है। उन्होंने परंपरागत खेलों को सिर्फ यादों और गांव तक कैद रहने पर चिंता जताई, साथ ही स्वदेशी खेलों को बढ़ावा देने पर जोर दिया।
समारोह में राज्यपाल ने पूर्वांचल विश्वविद्यालय के 121 खिलाड़ियों में 36 को स्वर्ण, 23 को रजत एवं 62 को कांस्य पदक से सम्मानित किया। इसके साथ टीम प्रशिक्षक और टीम प्रबंधक भी सम्मानित हुए। उन्होंने कहा कि आज के दिन हांकी के महान जादूगर मेजर ध्यानचंद की जयंती है। आज उनके लिए सम्मान प्रकट करने का दिन है। उन्होंने उनके कृतित्व एवं व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने मेजर ध्यानचंद के बचपन की एक कहानी सुनाते हुए कहा कि यह कहानी युवाओं को प्रेरित करेगी।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने कहा कि खेल से युवाओं में स्वस्थ मस्तिष्क का विकास होता है। उन्होंने आभार जताते हुए कहा कि राजभवन, विश्वविद्यालय के खिलाड़ियों द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट सफलता का न केवल साक्षी रहा है, अपितु मार्गदर्शन एवं उत्साहवर्धन भी करता रहता है।