लखनऊ, राजधानी लखनऊ के यूनानी चिकित्सालयों में कई दिनों से दवाओं का अभाव है। इसका खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है। लखनऊ के जिला चिकित्सालय बलरामपुर अस्पताल में यूनानी की एक डिस्पेंसरी है। यहां पर जरूरी दवाओं का अभाव है।
यही हाल डॉ. राम मनोहर लोहिया संयुक्त चिकित्सालय की डिस्पेंसरी का भी है। यहां की कई दिनों से दवाओं का टोटा है। ऐसे में मरीजों को मजबूरी में अन्य चिकित्सा पद्धतियों का सहारा लेना पड़ रहा है। वैसे भी यूनानी की डिस्पेंसरी में कम मरीज आते हैं इसके अलावा जो आते हैं उन्हें दवा नहीं मिलती है। यूनानी चिकित्सालय महोना में लगभग एक साल सें डॉक्टर नहीं है। फार्मासिस्ट ही किसी तरह अस्पताल को चला रहा है। इससे मरीजों को अनेक दिक्कते झेलनी पड़ रही हैं। यहां के मरीजों को आपातकालीन सेवाएं नहीं मयस्सर हो पा रही है। यूनानी चिकित्सालय में आज तक चहारदीवारी अधूरी है। खिड़किया टूट-फूट गई हैं। यह अस्पताल कम्युनिटी केन्द्र के भवन में चल रहा है। फार्मासिस्ट मरीजों को देखते और दवा भी देते हैं। यहां पर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र महोना में दवाइयों का अभाव है, जिस कारण मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं।