साउथम्टन,अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने अपनी क्रिकेट फॉर गुड पहल के माध्यम से गुरुवार को दक्षिण एशिया में यूनीसेफ की आपातकालीन कोरोना रिलीफ के समर्थन में धन संग्रह अभियान शुरू किया है।
भारत और न्यूजीलैंड के बीच यहां 18 से 22 जून के बीच खेले जाने वाले पहले विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल के दौरान आधिकारिक तौर से अभियान की शुरुआत की जाएगी।
दरअसल कोरोना महामारी का दक्षिण एशिया पर भयंकर प्रभाव पड़ा है, जहां लगभग 200 करोड़ लोग और दुनिया के एक चौथाई से अधिक बच्चे रहते हैं। कोरोना के नए स्वरूप और तेजी से बढ़ते संक्रमण के मामलों ने पूरे क्षेत्र में जीवन रक्षक उपचार और आवश्यक सेवाएं प्रदान करने की देशों की क्षमताओं को पीछे छोड़ दिया है। इस क्षेत्र में अब तक तीन करोड़ से अधिक कोराेना मामले और चार लाख से अधिक मौतें दर्ज की गई हैं।
आईसीसी ने गुरुवार को जारी एक विज्ञप्ति में कहा, “ बच्चों पर इस वायरस का सीधा प्रभाव पड़ा है और वे पहले से कहीं ज्यादा बीमार पड़ रहे हैं। बच्चे कोरोना के कारण अपने माता-पिता और देखभाल करने वालों को खो रहे हैं। इनमें से कई बच्चे बिना किसी सहारे और माता-पिता की देखभाल के हैं। लॉकडाउन और स्कूलों के बंद होने से शिक्षा और सुरक्षा के मुद्दे चिंता का विषय बने हुए हैं। जिन आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं पर महिलाएं और बच्चे निर्भर हैं, उनमें भी समझौता होने का खतरा है। महामारी की पहली लहर के दौरान दक्षिण एशिया में अनुमानित 228,000 बच्चों का स्वास्थ्य सेवाओं में रुकावटों के कारण निधन हो गया था। ”
अपनी कोरोना रिलीफ मुहिम के हिस्से के तौर पर यूनिसेफ इस क्षेत्र में सरकारों और साझेदारों के साथ मिलकर काम कर रहा है और स्वास्थ्य, बाल संरक्षण और शिक्षा, पानी और स्वच्छता के साथ-साथ वैक्सीन की समान आपूर्ति के बारे में जानकारी और तकनीकी सहायता के साथ परिवारों तक पहुंच कर रहा है। इस महत्वपूर्ण समय में आईसीसी बच्चों के जीवन और भविष्य को सुरक्षित करने के लिए क्रिकेट की शक्ति और पहुंच का उपयोग करते हुए यूनिसेफ की इस मुहिम का समर्थन करेगा। इतना ही नहीं इस काम के लिए आईसीसी अपने डिजिटल चैनलों पर अपने दर्शकों के आधार का भी लाभ उठाएगा।
आईसीसी ने इसके अलावा डब्ल्यूटीसी फाइनल के मर्चेंडाइज पार्टनर टेक महिंद्रा के साथ मिलकर पहले डब्ल्यूटीसी फाइनल के मौके पर एक विशेष कोरोना रिलीफ मुहिम शुरू की है, जिसके तहत डब्ल्यूटीसी फाइनल से होने वाली आय का 10 प्रतिशत हिस्सा दक्षिण एशिया में यूनीसेफ के राहत कार्य में दिया जाएगा।