गणतंत्र दिवस को जब विद्यालय में राष्ट्रीय ध्वज फहराने की रस्म अदायगी की जा रही थी तभी तिरंगे का केसरिया रंग नीचे और हरा रंग ऊपर था, जो राष्ट्रीय ध्वज के मानकों का स्पष्ट उल्लंघन है। शिक्षकों ने कार्यक्रम का समापन करने के बाद विद्यालय में ताला बंद कर घर चले गये। सोमवार को विद्यालय आने पर राष्ट्रीय ध्वज उतारा गया। यह घटना न केवल राष्ट्रीय प्रतीकों के सम्मान के प्रति उदासीनता को दर्शाती है, बल्कि शैक्षिक संस्थानों में जागरूकता की कमी पर भी सवाल खड़े करती है।
सहायक जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सर्वेश कुमार ने बताया कि तिरंगा उल्टा फहराए जाने के मामले को गंभीरता से लेते हुए प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक और अन्य संबंधित शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगा जायेगा।