देवरिया, उत्तर प्रदेश के देवरिया में जिलाधिकारी के रवैये के खिलाफ अनशनरत वकीलों की हड़ताल मंगलवार को 20वें दिन भी जारी रही।
सिविल कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सिंहासन गिरी और कलेक्ट्रेट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय मिश्रा के नेतृत्व में सैकड़ों वकील जिलाधिकारी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए तथा उनके तबादले की मांग को लेकर प्रदर्शन किये। इस दौरान वकील कचहरी चौराहे पर कुछ देर के प्रदर्शन कर अपना विरोध प्रकट किये। वकील राज्य सरकार तथा सदर विधायक और कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही के खिलाफ भी नारेबाजी कर रहे थे।
आंदाेलनरत वकीलों का कहना है कि जिलाधिकारी अखंड प्रताप सिंह के अमर्यादित आचरण के खिलाफ 20 दिनों से उनके तबादले की मांग की जा रही है। बताया जाता है कि कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने सोमवार को पीडब्ल्यूडी डाक बंगले में वकीलों को बातचीत के माध्यम से मामले का पटाक्षेप करने के लिए बुलाया था। लेकिन वकील जिलाधिकारी के तबादले की मांग पर अड़े हुये हैं।
सिविल बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सिंहासन गिरी ने बताया कि आन्दोलन को और गति देने के लिए वकीलों की आम सभा की बैठक में तय किया गया है कि 18 जुलाई को देवरिया में यहाँ के जिलाधिकारी को यहाँ से हटाने के लिए वकीलों की महापंचायत कराने का निर्णय लिया गया है। जिसमें प्रदेश के करीब सभी बार के पदाधिकारी सामिल होंगे। इसके लिए प्रदेश के सभी बार एसोसिएशनों को पत्र भेजा जा रहा है।
देवरिया जिले में वकीलों की 20 दिनों से चल रही लगातार हड़ताल से न्यायिक कार्य पूर्ण रूप से ठप हैं। हड़ताल के कारण जहाँ वादकारी निराश होकर कचहरी से बिना काम हुए वापस जाने को मजबूर हो रहे हैं और वहीं इस हड़ताल से राजस्व की भी हानि हो रही है। तमाम कैदी जो विभिन्न अपराधों के आरोप में जिला जेल में बंद हैं, उनकी जमानत आदि की सुनवाई इस हड़ताल के कारण नहीं हो पा रही है। इस हड़ताल के कारण जिलाधिकारी चेम्बर में लगने वाला जनता दर्शन का काम भी प्रभावित होता नजर आ रहा है।