अमेठी, दशकों तक कांग्रेस के मजबूत गढ़ के तौर पर पहचान बनाने वाले अमेठी में पिछले दो चुनावों में परचम लहराने में सफल रही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) मौजूदा विधानसभा चुनाव में अपना वर्चस्व बरकरार रखने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती और यही कारण है कि केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के संसदीय क्षेत्र में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बाद अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 24 फरवरी को यहां चुनावी रैली को संबोधित करेंगे।
गौरीगंज मुख्यालय से छह किलोमीटर की दूरी पर राम गंज कौहार स्थित सम्राट मैदान में प्रधानमंत्री की जनसभा के लिये तैयारियां जोर शोर से चल रही है। पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री बीएल संतोष के नेतृत्व में भाजपा के नेता रैली को सफल बनाने के लिए क्षेत्र में रात दिन एक किये हुये हैं। मौजूदा चुनाव में अमेठी जिले में प्रधानमंत्री की यह पहली रैली होगी जिसमें जिले की सभी चार विधानसभा क्षेत्रों के भाजपा उम्मीदवारों के साथ सुल्तानपुर विधानसभा क्षेत्र के लोग भी शामिल होंगे।
इससे पहले वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी ने यहां एक रैली को संबोधित किया था। रैली में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के अलावा कई बड़े नेताओं के शामिल होने की संभावना है। जिला प्रवक्ता चंद्र मौली सिंह ने बताया कि कार्यक्रम को लेकर तैयारियां जोरों से चल रही है। आगामी 24 फरवरी को सुबह 11 बजे प्रधानमंत्री रैली स्थल पर पहुंचेंगे।
अमेठी में कांग्रेस का अतीत बहुत ही गौरवशाली रहा है मगर समय के साथ कांग्रेस धीरे-धीरे कमजोर होती गई। इस समय अमेठी में कांग्रेस के पास न तो एक भी विधायक है और ना ही सांसद। 2014 के आम चुनाव में भाजपा ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी का किला भेदने के लिए स्मृति ईरानी को मैदान में उतारा था मगर ईरानी को चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था। स्मृति ईरानी चुनाव हारने के बाद भी अमेठी से वापस नहीं गई और यहां के लोगों के बीच रह कर उनके सुख दुख में शामिल होती रही, नतीजन 2017 के विधानसभा चुनाव में उनकी मेहनत रंग लाई और चुनाव में कांग्रेस का सूपड़ा पूरी तरह साफ हो गया। चार विधानसभा वाले अमेठी जिले में तीन सीटों पर बीजेपी को सफलता मिली।
वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में स्मृति ईरानी एक बार फिर राहुल गांधी के खिलाफ खड़ी हुयी और बड़ी जीत दर्ज करने में सफल रही।