लखनऊ,कुंभ में एएसपी (अखाड़ा) के पद पर तैनात आशुतोष मिश्र ने तबादले में भेद भाव से नाराज होकर पुलिस सेवा से स्तीफा दे दिया. एएसपी के इस्तीफे के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. पुलिस महकमे के तमाम आला अधिकारी एएसपी अखाड़ा को समझाने की कोशिश में लगे रहे. लेकिन वह पारिवारिक वजहों का हवाला देते हुए खबर लिखे जाने तक इस्तीफे की बात पर अड़े रहे.
डीआईजी कुंभ कवींद्र प्रताप सिंह ने बताया कि पारिवारिक कारणों के चलते एसपी अखाड़ा ने स्वैच्छिक सेवा निवृत्ति के लिए पत्र दिया है। उनको समझाने की कोशिश की जा रही है। शुक्रवार को एसपी अखाड़ा चिकित्सा अवकाश लेकर छुट्टी पर चले गए। कुंभ बीतते-बीतते पुलिस महकमे में नई तैनाती को लेकर खींचतान शुरू हो गई है। कहा जा रहा है कि कई अफसरों को मनमाफिक जगहों पर भेज दिया गया है। कुछ अफसरों के तबादले में उनके आग्रह पर संशोधन भी किए गए हैं।
एएसपी अखाड़ा के पद पर तैनात रहे आशुतोष मिश्र का तबादला बलरामपुर के लिए किया गया है। पारिवारिक कारणों से उन्होंने जब बलरामपुर जाने में असमर्थता जताई तब उनकी नहीं सुनी गई। एएसपी आशुतोष प्रयागराज में ही अपनी तैनाती चाह रहे थे। तबादला में संशोधन के लिए जब उन्होंने पत्र दिया, तब उसे नजरअंदाज कर दिया गया। इससे नाराज होकर दो दिन पहले उन्होंने डीआईजी कुंभ को पत्र देकर पुलिस विभाग में काम करने में असमर्थता जता दी। एएसपी ने वीआरएस के लिए पत्र लिख दिया है।
पीएम के आगमन की सुरक्षा तैयारियों की समीक्षा के लिए डीजीपी ओपी सिंह के आने से पहले तक पुलिस के आला अधिकारी उन्हें समझाते-बुझाते रहे। डीआईजी कुंभ ने आईजी मोहित अग्रवाल व एडीजी एसएन सावत को इस घटनाक्रम से अवगत करा दिया है। डीआईजी कुंभ ने बताया कि एएसपी अखाड़ा की काउंसलिंग कराई गई है। साथ ही एडीजी को पत्र लिखा गया है। डीआईजी ने एडीजी को लिखे पत्र में एएसपी अखाड़ा के बलरामपुर तबादले में संशोधन की संस्तुति कर दी है।