लखनऊ, राजधानी समेत सूबे के 18 मंडलों में पायलट प्रोजेक्ट के तहत एक साथ ई-चालान की प्रक्रिया जल्द शुरू की जायेगी। इस प्रक्रिया के तहत तैनात आरटीओ चैकिंग दल कागजों पर लिखा पढ़ी करने के बजाए ई-चालान करते नजर आएंगे। परिवहन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि लखनऊ समेत सूबे के 18 मंडलों में एक साथ ई-चालान की प्रक्रिया शुरू की जायेगी। इस प्रक्रिया के तहत तैनात आरटीओ चैकिंग दल कागजों पर लिखा पढ़ी करने के बजाए ई-चालान करते नजर आएंगे।
उन्होंने बताया कि परिवहन विभाग ने पेपरलेस व्यवस्था के तहत ई-चालान से का चालान करने की तैयारी कर ली है। इसके लिए प्रदेश भर के एआरटीओ को परिवहन आयुक्त मुख्यालय पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। ये प्रशिक्षण कार्यक्रम शनिवार तक चलेगा। अवैध वाहनों के खिलाफ चैकिंग में ई-चालान व्यवस्था को अनिवार्य कर दिया जाएगा और पेपरलेस चालान प्रक्रिया पूरी तरह से खत्म हो जायेगी। अधिकारी ने बताया कि ई-चालान की प्रक्रिया देश में सबसे पहले उत्तर प्रदेश में शुरू हुई है। पायलट प्रोजेक्ट के तहत 18 मंडलों में इस प्रक्रिया को एक साथ शुरू किया जाएगा। चैकिंग दल से जुड़े तकरीबन दो सौ अधिकारियों को ई-चालान का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। ई-चालान प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रदेश भर के 120 एआरटीओ ने हिस्सा लिया। एनआईसी दिल्ली से आए तकनीकी अधिकारियों ने सभी को ई-चालान की प्रक्रिया के बारे में बताया। चालान करने के लिए अधिकृत व्यक्तियों के टैब में ई-चालान का एप एनआईसी के अधिकारियों ने डाउनलोड किया। इसके साथ ही संबंधित अधिकारियों को यूजर और पासवर्ड भी दिए गए। इस एप का प्रयोग सिर्फ परिवहन विभाग के अधिकारी ही कर सकेंगे।