लखनऊ, , उत्तर प्रदेश के नगरीय निकाय चुनाव इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) से हो या मतपत्र से इसको लेकर संशय बरकरार है। उत्तर प्रदेश और अन्य विधानसभा चुनावों में ईवीएम के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगाकर विपक्ष ने चुनाव आयोग से सभी चुनावों को बैलट पेपर से कराने की गुहार लगायी है।
उत्तर प्रदेश राज्य चुनाव आयोग ने नगरीय निकायों के दौरान उपयोग किए जाने वाले मतपत्रों के लिए पत्रों की मांग के लिए निविदाएं जारी की हैं। चुनाव आयोग इस मुद्दे पर बैक फुट पर है और ईवीएम के माध्यम से चुनाव कराने की तैयारी में है।
शहरी इलाकों में लगभग तीन करोड़ मतदाता नगरीय चुनावों में अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकते हैं। वर्ष 2011 की जनगणना के आधार पर वार्डों का सीमांकन पहले ही पूरा हो चुका है, जबकि अन्य औपचारिकताएं पूरी हो रही हैं ताकि मई के अंतिम सप्ताह में चुनाव के लिए अधिसूचना जारी की जा सके।