इटावा, उत्तर प्रदेश सरकार के आज पेश किये बजट में इटावा जिले को कोई खास स्थान न मिलने से यहां के लोगों में मायूसी जरूर देखी जा सकती है।
विश्व स्तरीय लायन सफारी, फिशरवन, पक्षी बिहार और चंबल से प्रसिद्ध इटावा प्रदेश सरकार के बजट में अछूता रहा। बजट में जिले को कुछ भी नहीं दिया गया जबकि इटावा के लोग एवं व्यापारी बजट पेश होने से पूर्व उद्योगों और टैक्स में छूट को लेकर आशा भरी निगाहों से सरकार के बजट की ओर देख रहे थे।
सपा प्रदेश सचिव गोपाल यादव ने कहा कि इटावा जिले को पर्यटन के लिहाज से लायन सफारी पार्क जो बजट के लिए सरकार की ओर देख रहा था। उसको भी कुछ नहीं मिला। चंबल रिवर और फिशर वन के साथ-साथ यहां पर्यटन के क्षेत्र को बढ़ावा दिया गया था लेकिन आज पेश हुए बजट में प्रदेश सरकार द्वारा पर्यावरण एवं पर्यटन को देखते हुए इटावा को बजट से अछूता रखा गया है।
इटावा के आम व्यापारी आशीष, शिशिर, इकरार अहमद, आलोक दीक्षित का कहना है कि प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी पेश हुए बजट में इटावा को स्पेशल पैकेज के तौर पर बजट से पूरी तरीके से दूर रखा गया है। उत्तर प्रदेश में दिन प्रतिदिन बढ़ रही बेरोजगारी को देखते हुए भी आज पेश किए गए बजट में उद्योग स्थापित करने के लिए इटावा जिले को बजट में किसी प्रकार का स्थान नहीं दिया गया है। उद्योगों के लिए कम से कम जमीन आवंटित की जाती है। इस क्षेत्र में आलू, गेंहू, सरसो की बंपर पैदावार होती है। ऐसे में प्रदेश की योगी सरकार द्वारा बजट में किसानों के लिए कोई सौगात दी जानी चाहिए थी। लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ।