लखनऊ, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मायावती पर हमले जारी रखते हुए कहा कि बसपा मुखिया कहती हैं कि यूपी बहुत बड़ा है, इसे छोटे-छोटे प्रदेशों मे बांट देना चाहिये। कल को वह अपने स्वार्थ के लिये देश बांटने को भी कहेंगी।
उत्तर प्रदेश के पुनर्गठन के मायावती के बयान पर तीखा प्रहार करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वह कहती हैं कि प्रदेश बंट जाना चाहिये, कल को यह भी कहेंगी कि देश बहुत बड़ा है, देश भी बंट जाना चाहिये। हम तो कहते हैं कि जो प्रदेश को बांटने की बात कर रहे हैं, वे स्वार्थ के लिये ये भी कह देंगे कि देश को भी बांट दो।
मायावती की रैली के दौरान मची भगदड़ में दो महिलाओं की मौत की घटना की तरफ इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि इनकी रैली ही ऐसी होती है कि जिसमें किसी की जान चली जाती है। अपने लोगों को इकट्ठा कर दिया, बस उन्हें वही स्मारक दिखा दिये। वही सम्मान की बात कर दी।
अखिलेश ने मायावती पर हमले जारी रखते हुए कहा कि वह बसपा मुखिया को बुआ कहते थे लेकिन उन्हें (मायावती) बुआ कहने से तकलीफ है। मैंने उन्हीं के निवेदन पर उन्हें बुआ कहना छोड़ दिया है।
अखिलेश ने भाजपा पर कटाक्ष करे हुए कहा कि दूसरी तरफ डिजिटल इंडिया के लोग भी आ रहे होंगे। हमने मुजफ्फरनगर, गाजीपुर और बुंदेलखण्ड में लैपटाप वितरण के दौरान नौजवानों से पूछा तो उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग बहुत झूठ बोलते हैं। अच्छे दिन लाने की बात की थी लेकिन वे नहीं आये। आंकड़े बताते हैं कि जब से नीति आयोग बना, तब से उत्तर प्रदेश को नौ हजार करोड़ रपये के केन्द्रांश का नुकसान हुआ है।
मुख्यमंत्री ने दावा किया कि समाजवादियों की योजनाओं से प्रदेश की 90 प्रतिशत जनता संतुष्ट है। अगर आगामी विधानसभा चुनाव में जनता ने काम के आधार पर फैसला किया तो समाजवादी पार्टी एक तरफ होगी और बाकी दल दूसरी तरफ होंगे। सपा ने अभी अपना घोषणापत्र भी नहीं बनाया है और विपक्षी दल उसकी योजनाओं से घबराये हुए हैं। उन्होंने कहा कि सपा सरकार ने किसी भी वर्ग को कल्याणकारी योजनाओं से वंचित नहीं रखा। लाखों नौजवानों ने सरकार द्वारा दिये गये लैपटाप से काफी कुछ हासिल किया। आकलन करेंगे तो पायेंगे कि समाजवादियों ने प्रदेश को कितना आगे बढ़ाया है।