मथुरा , उत्तर प्रदेश में मथुरा स्थित मथुरा रिफाइनरी और आसपास के क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता की निगरानी और आकलन के लिए रिफाइनरी ने वायु निगरानी वैन का संचालन शुरू किया है।
मथुरा रिफाइनरी के कार्यकारी निदेशक एवं प्रभारी अरविन्द कुमार ने यहां बताया कि पर्यावरण प्रभाव आकलन के दिशानिर्देशों के अनुसार, परियोजना स्थल के 10 किमी के भीतर पर्यावरण पर प्रभाव का आकलन किया जाना है। इसलिए, इन दिशा निर्देशों के अनुरूप आधारभूत वायु गुणवत्ता के मूल्यांकन के लिए, शुरू में मथुरा रिफाइनरी के 10 किलोमीटर के दायरे में वार्षिक हवा की प्रबलता के अनुसार आठ निगरानी स्थानों की पहचान की गई है।
इस वैन के उद्घाटन के अवसर पर शुक्रवार को श्री कुमार ने यहां बताया कि राष्ट्रीय परिवेशी वायु गुणवत्ता मानकों (एनएएक्यूएस) के अनुसार पीएम 10 (पार्टिकुलेट मैटर), पीएम 2.5 (पार्टिकुलेट मैटर, 2.5 माइक्रोन से कम साइज), एसओ 2 (सल्फर डाइऑक्साइड), एनओ2 (नाइट्रोजन डाइऑक्साइड), एनएच3 (अमोनिया),सी6एच6 (बेंजीन) का प्रत्येक स्थान पर आकलन केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के निगरानी दिशानिर्देशों के अनुसार किया जाएगा।
फ्लेग ऑफ समारोह के दौरान, मथुरा रिफाइनरी के कार्यकारी निदेशक अरविंद कुमार ने आगरा मंडल के आयुक्त अनिल कुमार को उक्त जानकारी देने के साथ साथ मथुरा रिफाइनरी द्वारा वायु गुणवत्ता की निगरानी के लिए उठाये जा रहे सार्थक कदमो व और क्षेत्र में एक ग्रीन बेल्ट बनाए रखने के प्रयासों की भी जानकारी दी।
मथुरा रिफाइनरी के नए एम्बियन्ट एयर क्वालिटी मोनीटरिंग वैन (परिवेश वायु गुणवत्ता निगरानी वैन) का उद्घाटन रिफाइनरी के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में करने के बाद आगरा मण्डल के आयुक्त अनिल कुमार ने रिफाइनरी द्वारा पर्यावरण संरक्षण के किये गए प्रयासों की सराहना की और इस बात पर आश्चर्य व्यक्त किया कि पेट्रोलियम संयत्र परिसर में इकोलोजिकल पार्क को इतना बेहतर पर्यावरण हितैषी बनाया गया है कि यह देश विदेश के पक्षियों को भी अपनी ओर आकर्षित कर रहा है।इसे और मनोहारी बनाने के लिए पार्क में उन्होंने स्वयं भी वृक्षारोपण किया।
मथुरा रिफाइनरी की मैनेजर कार्पोरेट कम्यूनिकेशन रेनू पाठक ने बताया कि यह वैन रिफाइनरी और उसके आसपास के विभिन्न स्थानों का दौरा करेगी और वायु गुणवत्ता के आंकड़े साझा करेगी।