नई दिल्ली, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद को लेकर योगी आदित्यनाथ के नाम पर सहमति बन गई है। उनके नाम का प्रस्ताव विधायक सुरेश खन्ना रखा है। भाजपा विधायक मंडल दल ने यह फैसला लिया । हाईकमान ने विधायक दल के नेता चुनाव के लिये केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू और पार्टी महासचिव भूपेंद्र यादव को नियुक्त किया था।
लोक भवन मे हुई, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद के लिये विधायक दल की बैठक में योगी आदित्यनाथ का औपचारिक चयन हो गया और अधिकृत तौर पर इसकी घोषणा कर दी गयी।योगी आदित्यनाथ भाजपा के सांसद हैं और वह िंहदुत्व का चेहरा हैं।
सूत्रों ने बताया कि इसके बाद नये नेता के साथ पार्टी के वरिष्ठ नेता राज्यपाल राम नाईक से मुलाकात करेंगे और सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। राज्यपाल नवनिर्वाचित भाजपा विधायक दल के नेता को मुख्यमंत्री मनोनीत करने के साथ ही उनकी राय से शपथग्रहण के कार्यक्रम के लिये सहमति प्रदान करेंगे। नये मुख्यमंत्री के साथ 15 से 20 मंत्रियों के शपथ लेने की उम्मीद है। नये मंत्रियों के रूप में भाजपा के राष्ट्रीय सचिव श्रीकांत शर्मा, सिद्धार्थनाथ सिंह, बसपा से भाजपा में आये स्वामी प्रसाद मौर्य, भाजपा के अन्य पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के पूर्व अध्यक्ष एस.पी. सिंह बघेल, बुन्देलखंड से दूसरी बार विधायक बने रवि शर्मा, श्रीमती गरिमा सिंह के नाम प्रमुखता से लिये जा रहे हैं।
इस बीच उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री पद के लिए शपथ समारोह रविवार को दोपहर 2.15 बजे तय किया गया है। शपथ ग्रहण समारोह रविवार को 2.15 बजे कांशीराम स्मृति उपवन में आयोजित किया जाएगा। इसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, भाजपाध्यक्ष अमित शाह व अन्य नेतागण उपस्थित रहेंगे। नये मुख्यमंत्री के साथ 15 से 20 मंत्री शपथ ग्रहण करेेंगे। सूत्रों ने बताया कि मंत्रिमंडल का विस्तार बाद में किया जायेगा।
इससे पूर्व की खबरों के अनुसार केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह, मनोज सिन्हा,केशव प्रसाद मौर्य, कलराज मिश्र के नामों पर संघ और भाजपा के शीर्ष नेतृत्व में विचार चल रहा था। गोरखपुर के फायर ब्रांड हिन्दूवादी सांसद योगी आदित्यनाथ और लखनऊ के मेयर दिनेश शर्मा के नाम भी चर्चा में थे। हालांकि राजनाथ के इन्कार के बाद मुख्य रेस केशव प्रसाद मौर्य और मनोज सिन्हा के बीच ही रह गई थी। बाद मे, मनोज सिन्हा ने भी इंकार किया था लेकिन सूत्र उनको आखिर तक दौड़ में बताते रहे।
इसी प्रकार, केशव प्रसाद मौर्य ने एक टेलीविजन चैनल के साथ मुख्यमंत्री पद की उनकी दावेदारी को लेकर पूछे गये सवाल पर कहा कि आलाकमान को कई नाम भेजे गये हैं जिनमें उनका नाम भी शामिल है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कल कहा था कि उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री चुनने की जिम्मेदारी राज्य के पार्टी अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य को सौंप दी गई है। शाह के इस बयान के बाद ऐसा माने जाने लगा था कि श्री मौर्य मुख्यमंत्री पद की दौड़ से बाहर हो गये हैं। सांसद योगी आदित्यनाथ को अचानक आज स्पेशल चार्टर भेज कर दिल्ली बुलाकर, हाईकमान ने उनका नाम चर्चा मे ला दिया.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा गठबंधन को प्रचंड बहुमत मिला है। पार्टी ने 403 सदस्यों वाली विधानसभा में स्वयं 313 सीटें हासिल की हैं और 12 सीटों पर उसके सहयोगी दल विजयी हुये हैं। भाजपा गठबंधन को कुल 325 सीटें हासिल हुयी हैं।