लखनऊ, उत्तर प्रदेश में कोरोना के खिलाफ लड़ाई में टीकाकरण की भूमिका सार्थक नजर आने लगी है। पिछले 24 घंटे में राज्य में डेढ़ लाख से अधिक कोरोना की टेस्टिंग की गयी जबकि 28 नये मरीज सामने आये हैं। राज्य में कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या 352 रह गयी है।
अलीगढ़, औरैया, बदायूं, देवरिया, फर्रुखाबाद, फतेहपुर, गोंडा, हमीरपुर, हरदोई, कानपुर देहात, महोबा, मीरजापुर, संतकबीरनगर और उन्नाव में कोविड का एक भी मरीज शेष नहीं है। यह जिले मंगलवार को कोविड संक्रमण से मुक्त हैं। औसतन हर दिन ढाई लाख टेस्ट हो रहें हैं, जबकि पॉजिटिविटी दर 0.01 बनी हुई है और रिकवरी दर 98.6 फीसदी है। पिछले 24 घंटे में हुई 01 लाख 56 हजार 524 सैम्पल की टेस्टिंग में 58 जिलों में संक्रमण का एक भी नया केस नहीं पाया गया, जबकि 17 जिलों में इकाई अंक में मरीज पाए गए। वर्तमान में प्रदेश में एक्टिव कोविड केस की संख्या 352 रह गई है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड प्रबंधन के लिये गठित टीम-09 की बैठक में कहा कि ट्रेसिंग, टेस्टिंग और त्वरित ट्रीटमेंट के मंत्र से अच्छे परिणाम मिल रहे हैं। अब तक सात करोड़ आठ लाख 85 हजार 900 कोविड सैम्पल की जांच की जा चुकी है। पिछलेत 24 घंटे में हुई टेस्टिंग में 28 नए मरीजों की पुष्टि हुई। इसी अवधि में 34 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए। अब तक 16 लाख 86 हजार छह लोग कोरोना संक्रमण से मुक्त होकर स्वस्थ हो चुके हैं। इस स्थिति को और बेहतर करने के लिए ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट की नीति के अनुरूप सभी जरूरी प्रबंध किए जाएं।
उन्होने कहा कि कोविड के खिलाफ अब तक की लड़ाई में टीके की महत्ता स्वयं सिद्ध है। इस महीने लगभग एक करोड़ 60 लाख से अधिक वैक्सीन डोज लगाई गई है। उत्तर प्रदेश एक मात्र राज्य है, जिसने अब तक 06 करोड़ 42 लाख 36 हजार से अधिक वैक्सीन डोज लगाई जा चुकी है। 05 करोड़ 40 लाख से अधिक लोगों ने वैक्सीन की एक डोज प्राप्त कर ली है। सेकेंड डोज के लिए विशेष ध्यान दिया जाना जरूरी है।
श्री योगी ने कहा कि मथुरा के विकासखंड फरह अंतर्गत एक गांव में कई लोगों के बीमार होने की सूचना मिली है। फिरोजाबाद के नगरीय क्षेत्र से भी ऐसी ही सूचना प्राप्त हुई है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा दोनों जनपदों में तत्काल एक-एक टीम भेजकर मरीजों की जांच कराई जाए। डेंगू, मलेरिया जैसी बीमारियों के निदान के लिए सभी जरूरी प्रबंध किए जाएं। स्वच्छता, सैनीटाइजेशन की कार्यवाही और बेहतर ढंग से हो।
उन्होने कहा कि कोविड की तीसरी लहर की आशंका देखते हुए सभी जरूरी प्रयास यथाशीघ्र पूरी की जाए। बच्चों की स्वास्थ्य सुरक्षा की दृष्टि से पीकू/नीकू की स्थापना की कार्यवाही तेज हो। अब तक केवल मेडिकल कॉलेजों में पीडियाट्रिक आईसीयू/आइसोलेशन बेड की संख्या 6600 से अधिक हो गई है। इसी प्रकार, स्वास्थ्य विभाग के अस्पतालों में 5,850 बेड खास तौर पर तैयार कर लिए गए हैं। वर्तमान में 56,000 आइसोलेशन बेड और 18000 आईसीयू बेड कोविड की जरूरतों के अनुरूप उपलब्ध हैं। इस सुविधा को और विस्तार दिया जाए। सभी ज़िलों में इस कार्य को शीर्ष प्राथमिकता दी जानी चाहिए। इसकी दैनिक समीक्षा की जानी चाहिए।
श्री योगी ने कहा कि कक्षा छह से आठ तक के विद्यालयों में आज से भौतिक रूप से पठन-पाठन प्रारंभ हो रहा है। बच्चों की स्वास्थ्य सुरक्षा के मद्देनजर सभी तरह के प्रबंध किए जाएं। विद्यालयों में स्वच्छता, सैनीटाइजेशन, इंफ्रारेड थरमामीटर आदि की उपलब्धता रहे। कक्षाओं में सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क की अनिवार्यता को प्रभावी ढंग से लागू किया जाए।