लखनऊ, आम आदमी पार्टी (आप) ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी (सपा) के उम्मीदवारों को बिना शर्त समर्थन देने की घोषणा की।
आप सांसद और प्रवक्ता संजय सिंह ने लखनऊ में पार्टी मुख्यालय में सपा प्रमुख अखिलेश यादव से मुलाकात की और लोकसभा चुनावों पर विस्तृत चर्चा के बाद एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन के दौरान यह घोषणा की।
बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए अखिलेश ने समर्थन देने के लिए आप के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा, “ यह चुनाव सामान्य परिस्थितियों में नहीं हो रहा है। इस चुनाव पर देश और पूरी दुनिया की निगाहें हैं।”
उन्होंने कहा, “ ‘जब मैं मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के समर्थन में दिल्ली में आयोजित रैली में शामिल होने गया था, तो मैंने कहा था कि दुनिया में भारत की बदनामी हो रही है. यह चर्चा हो रही है कि भाजपा चंद चुने हुये लोग और संस्थाओं में हस्तक्षेप कर रही है।”
सपा प्रमुख ने कहा कि ग्राम प्रधान के चुनाव के दौरान ऐसी चीजें देखने को मिली हैं लेकिन किसी राज्य के निर्वाचित मुख्यमंत्री के साथ इस तरह का व्यवहार किया जाए और उन्हें झूठे मामलों में जेल भेजा जाए, ऐसा कभी नहीं देखा गया। इसी तरह, झारखंड के मुख्यमंत्री को भी जेल भेजा गया।
उन्होंने कहा, “ मैं लोकतंत्र, संविधान और देश की पहचान को बचाने की इस लड़ाई में आप को समर्थन देने के लिए संजय सिंह का आभार व्यक्त करता हूं। उन्हें भी कई समस्याओं का सामना करना पड़ा। उन्हें झूठे मामलों में जेल भेजा गया था, हमें उम्मीद है कि जनता ऐसी गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ वोट करेगी।”’
इस अवसर पर बोलते हुए, संजय सिंह ने कहा, “ मैं सपा प्रमुख अखिलेश यादव के प्रति आभार व्यक्त करता हूं जो दिल्ली गए और संकट के इस समय में हमारे समर्थन में रैली को संबोधित किया जब हमारी पार्टी के प्रमुख और दिल्ली के निर्वाचित सीएम को जेल में डाल दिया गया। ”
उन्होंने कहा कि 2024 कोई सामान्य चुनाव नहीं है। यह चुनाव भारत के लोकतंत्र, बाबा साहिब के संविधान को बचाने और पीड़ित और वंचित लोगों के अधिकारों की रक्षा के लिए है। यह निरंकुश सरकार के खिलाफ लोगों को एकजुट करने का भी चुनाव है। मैं केवल इतना चाहता हूं कि इंडिया समूह 2024 का चुनाव जीतेगा।”
श्री सिंह ने कहा कि आप यूपी में लोकसभा चुनाव नहीं लड़ रही है। हमारा प्रत्येक कार्यकर्ता और निर्वाचित प्रतिनिधि सपा उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित करने के लिए काम करेगा। यह एक बड़ी लड़ाई है और मैं यह फिर से कहूंगा कि चुनाव जीतने वाला कोई भी नेता ऐसी रणनीति नहीं अपनाएगा जैसा प्रधानमंत्री कर रहे हैं। यदि आप राजनीतिक विरोधियों को झूठे मामलों में जेल भेज रहे हैं तो इसका मतलब है कि आपमें आत्मविश्वास की कमी है।