यूपी में होगा अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारी सम्मेलन : सतीश महाना

लखनऊ, उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा है कि अगले साल जनवरी में अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारी सम्मेलन आयोजित किया जायेगा। यह आयोजन 20 और 21 जनवरी को प्रस्तावित है। सम्मेलन में पूरे देश के विधानसभा अध्यक्ष और विधान परिषद के सभापति शामिल होंगे।
यूपी विधानसभा मानसून सत्र के बाद सोमवार को आयोजित प्रेस कांफ्रेंस के दौरान विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि पिछले साल यह सम्मलेन पटना में हुआ था। उससे पहले महाराष्ट्र में और अब लखनऊ में होगा। इसके लिए लोकसभा अध्यक्ष ओम प्रकाश बिड़ला के सम्मेलन में शामिल होने की सहमति मिल चुकी है। मुख्यमंत्री ने भी अपनी स्वीकृति दी है।
उन्होंने बताया कि लोकसभा से इस संदर्भ में एक टीम आएगी, जिसमें हम तय करेंगे कि देश भर से कितने डेलीगेट्स आएंगे। डेलीगेट्स में शामिल होने वाले लोगों को पर्यटन के नजरिये से परिचित कराने के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि डेलीगेट्स को यूपी का भ्रमण कराया जाएगा। जिसमे अयोध्या, काशी, बौद्ध सर्किट शामिल रहेगा।
सतीश महाना ने सदन की कार्यवाही के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि 11 से 14 अगस्त तक विधानसभा की कार्यवाही चली है। उन्होंने कहा कि पूर्ण रूप से विधानसभा तभी होती है जब दोनों पक्ष बराबर भागदारी करें। दोनों पक्षों की बात आये। इस बार 24 घण्टे की विशेष चर्चा में सत्ता पक्ष विपक्ष ने भाग लिया। स्वस्थ चर्चा हुई। महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा हुई। चर्चा के बाद विषय जनता के बीच जाएगा। फिर सब जुटाकर एक बार फिर सदन में चर्चा कर विजन डॉक्यूमेंट तैयार किया जाएगा। इससे पहले 36 घण्टे की चर्चा में विपक्ष शामिल नहीं हुआ था।
इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष महाना ने बताया कि अब जितनी सूचनाएं आती हैं, उनका जवाब 30 दिन के भीतर दिया जाता है। अन्यथा संबंधित विभागों की जवाबदेही तय की गई है। इन सूचनाओं में विधायकों के क्षेत्रों की समस्याएं होती हैं। पहले 90 दिन में जवाब देना था। इससे पहले वाले सत्र में ही विधानसभा नियमावली में बदलाव किया गया है। अब 30 दिन तय किया गया है।
विधानसभा संचालित करने के लिए डिप्टी स्पीकर की नियुक्ति हो जाए तो और अच्छा रहे, इस सवाल पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि यह सरकार को करना होता है। सरकार का फैसला होता है।