यूपी मे दलितों पर अत्याचार बढ़ा, बलात्कार के प्रयास के मामले कई गुना बढ़े
February 4, 2018
लखनऊ, यूपी मे दलितों के साथ होने वाले अपराधों के मामले मे, चौंकाने वाले तथ्य सामने आयें हैं। दिल्ली में सामाजिक न्याय अधिकारिता मंत्रालय की बैठक में यूपी सरकार की रिपोर्ट मे यह खुलासा हुआ है।
दलितों के साथ होने वाले अपराधों के मामलों में हो रहे इजाफे पर केंद्र सरकार ने दिल्ली में एक बैठक की। सामाजिक न्याय अधिकारिता मंत्रालय की बैठक में, यूपी सरकार की तरफ से प्रदेश के समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री ने दलितों पर बढ़ते अत्याचार की रिपोर्ट प्रस्तुत की, साथ ही उन्होने दलित उत्पीड़न के मामलों मे यूपी सरकार का भी पक्ष रखा।
यूपी सरकार की रिपोर्ट के मुताबिक, एक साल में दलितों पर अत्याचार के दर्ज कुल मामलो मे लगभग एक चौथाई की बढ़ोत्तरी हुई है। दलितों की हत्या के मामलों में जहां मामूली इजाफा हुआ है, वहीं दलित महिलाओं के साथ बलात्कारके मामलों में ज्यादा बढ़ोतरी दर्ज की गई है। बलात्कार के प्रयास का आंकड़ा तकरीबन तीन गुना बढ़ गया है।
रिपोर्ट के मुताबिक साल 2015 में दलितों पर अत्याचार के कुल 8,460 मामले दर्ज किए गए थे जबकि साल 2016 में आपराधिक मामलों का आंकड़ा बढ़कर 10,492 हो गया था। साल 2015 में जहां रेप के 444 मामले दर्ज किए गए, वहीं 2016 में दर्ज मामलों की संख्या 557 पहुंच गई। इसके अलावा रेप के प्रयास के 77 मामले दर्ज किए गए जबकि साल 2015 में यह आंकड़ा महज 22 था। यौन उत्पीड़न के मामलों में 2016 में 874 मामले दर्ज किए गए हैं जबकि साल 2015 में 704 मामले दर्ज किए गए थे।
बैठक में केंद्र सरकार ने ज्यादा दलित उत्पीड़न वाले राज्यों को निर्देश दिए हैं कि पीड़ितों के रहने और खाने की भी व्यवस्था सरकार करे। अभी तक दलित उत्पीड़न के मामलों में प्रदेश सरकारें आर्थिक मदद देती रही हैं। सूत्रों के मुताबिक, यूपी सरकार इस तरह की योजना बनाने की तैयारी कर रही है।