लखनऊ , उत्तर प्रदेश विधान परिषद में बिजली व्यवस्था को लेकर सरकार के जवाब से असंतुष्ट समाजवादी पार्टी के सदस्यों ने आज सदन से बहिर्गमन किया । शून्य प्रहर में सपा सदस्य एवं नेता विराधी दल अहमद हसन के अलावा बलराम यादव समेत अन्य सदस्यों ने राज्य में बिजली आपूर्ति को लेकर कार्यस्थन की सूचना दी ।
सूचना की ग्राह्यता पर बल देतेे हुए बलराम यादव ने कहा कि जब से प्रदेश मेंं भारतीय जनता पार्टी की सरकार आई है बिजली आपूर्ति चरमरा गई है। ग्रामीण क्षेत्रों में तो बिजली के नहीं आने से नलकूप नहीं चलने के कारण किसान धान की फसल की रोपाई भी समय से नहीं कर पाये । भाजपा सरकार के राज में लखनऊ शहर में दो से चार घंटे बिजली की आपात कटौती की जा रही है और 50 हजार की आबादी वाले इलाकों में कई घंटे तक अंधेरा इस तहर की खबरे छप रही हैं ।
उन्होंने कहा कि सपा सरकार जब सत्ता में आई थी तब प्रदेश में 1860 लाख यूनिट बिजली आपूर्ति थी। अखिलेश यादव सरकार ने बिजली का उत्पादन बढाकर 22740 लाख यूनिट कर दिया और ग्रामीण क्षेत्र में 18 घंटे, तहसील क्षेत्र में 20 और जिला मुख्यालयों पर 24 घंटे बिजली देने का काम किया । भाजपा ने 100 दिन में न तो कोई बिजली उत्पादन बढाने का काम किया और न ही कोई पारेषण लाइन खिंची और बिजली व्यवस्था को सुधाने का प्रचार कर रही है । प्रदेश में बिजली का घोर संकट है और लोग अब सपा सरकार को याद करने लगे हैं । उन्होंने बिजली व्यवस्था में काम रोकर सदन में चर्चा कराने की मांग की ।
नेता विरोधी दल अहमद हसने ने कहा कि इस सरकार ने अपने 100 दिन के कार्यकाल में कोई ऐसा काम शुरु नहीं किया जिससे जनता को लाभ हुआ है । चुनाव में प्रदेश में स्वर्ग बनाने का नारा दिया लेकिन नरक बनाकर रख दिया। भाजपा सरकार केवल टास्क फोर्स गठन करने का ही काम कर रही । सरकार ने सामाजिक वेलफेयर का कोई काम नहीं किया बल्कि सपा सरकार ने लोगों के भले के लिए जो पेंशन आदि की योजनाएं शुरु की थी उन्हें भी बंद करने का काम किया जा रहा है । प्रदेश में बिजली उत्पादन बढाने के लिए कारखाने नहीं बना रही है बल्कि बिजली थाने बना रही है ।