लखनऊ, उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (रोडवेज) के कर्मचारियों की मिलीभगत से बिना रूट भेजे ही बसों को कागजों में दौड़ाये जाने से किलोमीटर घोटाला फल-फूल रहा है। इस घोटाले से ड्राइवर, कंडक्टर और जिम्मेदार अधिकारी अपनी जेब भर रहे हैं। वहीं रोडवेज को जबरदस्त नुकसान हो रहा है। बता दें कि इस घोटाले में जिस रूट पर बस चलनी है उसको टच भी नहीं करती और बस जब वापस डिपो में आती है तो बढ़ा हुआ किलोमीटर दर्ज कर लिया जाता है। इसके पहले भी रोडवेज में डीजल चोरी घोटाला,ग्रीस घोटाला,बैट्री घोटाला हो चुके हैं।
रोडवेज सूत्रों ने बताया कि घोटाले में ड्राइवर,कंडक्टर और अधिकारी शामिल हैं। जितने किलोमीटर रजिस्टर पर अधिक चढ़वाये जाते हैं उसके लिए डीजल भी अतिरिक्त डलवाया जाता है। इस तरह से ड्राइवर और कंडक्टर ने अधिकारियों की मिली भगत से न सिर्फ किलोमीटर में बल्कि डीजल में भी रोडवेज को चपत लगा दी।