यूपी सरकार के बजट पर अखिलेश यादव की प्रतिक्रिया?

लखनऊ, समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गुुरुवार को कहा कि भाजपा सरकार का आज पेश किये गये बजट में कोई रोड मैप नहीं है कि उत्तर प्रदेश को किस दिशा में ले जाना है। यह बजट नहीं बड़ा ढोल है। आवाज तो बहुत है पर अंदर से खाली है।

अखिलेश यादव ने पार्टी दफ्तर में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि बजट देखकर किसानों की उम्मीद का खेत सूख गया है। महिलाओं के माथे पर घर चलाने की चिंता की लकीरे और बढ़ गयी है। बेरोजगारों की आंखों के आगे अंधेरा छा गया है। बजट देखकर व्यापारी कारोबारी और मंडी की मार और गहरा गयी है। विधानसभा में मेज पीटने वाले भाजपा के विधायकों और मंत्रियों के गले बजट देखकर सूख गये क्योंकि अपने विधानसभा क्षेत्र में उन्हें ही बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी का सामना करना पड़ेगा। उन्हें जनता के गुस्से का सामना करना पड़ेगा।

उन्होने कहा कि बजट में महंगाई, बेरोजगारी दूर करने के लिए कुछ नहीं है। इस बजट में महंगाई, बेरोजगारी से जूझ रहे लोगों के लिए कुछ नहीं है। बजट देखकर बुनकरों का तानाबाना रूक गया है। जनता पूछ रही है कि जुमला मंत्रालय के लिए कितना बजट दिया गया है।

अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में जो वादे किये थे वह बजट में कहीं दिखाई नहीं दिए। किसानों को सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली का वादा, 25 हजार करोड़ की लागत के साथ एग्रो इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड बनाने की बात थी। छात्रों को लैपटॉप देने का वादा था। भाजपा के वादों का क्या हुआ, यह सब वादे बजट में अभी तक नहीं आया। इस सरकार में बुन्देलखंड का मूंगफली का किसान बर्बाद हो गया। उसकी खरीद नहीं है। भाजपा ने फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य देने का वादा किया था, उस वादे का क्या हुआ। समाजवादी पार्टी सरकार ने किसानों के लिए मंडियों का निर्माण किया था इस सरकार ने उन्हें चौपट कर दिया। गन्ना किसानों का भुगतान 14 दिन में देने का वादा था भुगतान न होने पर ब्याज समेत भुगतान दिलाने का वादा किया था। किसान इंतजार करता रह गया है।

सपा अध्यक्ष ने कहा कि इस सरकार ने गन्ने का मूल्य नहीं बढ़ाया। गन्ना किसानों के बकाये की जानकारी नहीं देते है। किसान चाहते थे कि गन्ने की कीमत बढ़ाई जाय लेकिन डबल इंजन की सरकार ने डबल ब्लंडर किया है। भाजपा ने चार हजार एफपीओ बनाने और उनकी 18 लाख रूपये से मदद का वादा किया था वह भी अधूरा रहा। स्मार्टसिटी बनाते-बनाते अब स्मार्ट क्लास पर आ गये है। इस सरकार ने शिक्षा व्यवस्था को बर्बाद कर दिया। विश्वविद्यालय बजट के लिए रो रहे है।

अखिलेश यादव ने कहा कि यह बजट धोखा है। बजट देख कर बुनकरों में घोर निराशा है। अब तो सरकार वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनाने की बात भी नहीं हो रही है। पूरे बजट में वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी का कहीं जिक्र नहीं आया। जो वर्तमान ग्रोथ रेट है उससे ये कभी वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनाने के लक्ष्य तक नहीं पहुंच सकते हैं।

Related Articles

Back to top button