लखनऊ, बहुजन समाज पार्टी अध्यक्ष मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश में अखिलेश सरकार द्वारा शुरू की गयी ‘यूपी-100’ परियोजना से सूबे की ध्वस्त कानून व्यवस्था में सुधार की उम्मीद करना बेमानी है। मायावती ने कहा ‘समाजवादी पार्टी की सरकार ‘यू.पी. 100’ के बारे में दिखावा और ड्रामेबाजी कर रही है। इससे प्रदेश में ध्वस्त और दयनीय कानून व्यवस्था की स्थिति कतई सुधरने वाली नहीं है।
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि मौजूदा सरकार का मुखिया घरेलू कलह में उलझा है। ऐसे हालात में सरकार बचे हुये दिनों में कितनी भी हाई फाई ‘यूपी-100’ जैसी व्यवस्था बनाने का दिखाव कर ले, हालात सुधरने वाले नहीं है, बल्कि इसके लिये तमाम आपराधिक व अराजक एवं साम्प्रदायिक तत्वों पर सख्त शिकंजा कसने की मजबूत इच्छाशक्ति और ईमानदार प्रयास की जरुरत है, जो सपा सरकार के पास कभी भी नहीं रही। उन्होंने कहा कि सपा के शासनकाल में प्रदेश में गुण्डों, बदमाशों, माफियाओं, अराजक तत्वों और साम्प्रदायिक तत्वों का जंगलराज व्याप्त है। वर्चस्व को लेकर यादव परिवार में जबरदस्त घमासान मचा है जिससे कानून व्यवस्था की स्थिति और भी ज्यादा दयनीय हो गयी है।
बसपा अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि सपा सरकार की इसी प्रकार की केवल ड्रामेबाजी, ढुलमुल नीति व भाजपा से उसकी मिलीभगत के कारण प्रदेश में सांप्रदायिक दंगे भी हुए और लाखों लोग प्रभावित हुए हैं। ऐसी स्थिति में प्रदेश के सर्वसमाज खासतौर पर मुस्लिम समाज को यह समझना जरूरी है कि उनका हित सपा में बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है। दो स्पष्ट खेमों में बटी सपा को वोट देने का मतलब है, भाजपा को मजबूत करना व उसे जिताना।
बसपा अध्यक्ष मायावती ने कहा कि सपा सरकार को अब ऐसा कोई भी फैसला, घोषणा व शिलान्यास आदि नहीं करना चाहिए जिनका लाभ लोगों को वह समय पर नहीं दे पाये। उन्होंने कहा कि प्रदेश का किसान अब यहां सपा सरकार के किसी बहकावे में आने वाला नहीं है।