नई दिल्ली, एग्रीकल्चर से जुड़े कारोबार में अगर आप दिलचस्पी रखते हैं तो आपके लिए कई ऐसे तरीकें हैं जिनसे कम लागत में अच्छी-खासी इनकम की जा सकती है. इन्हीं में से है रैबिट फार्मिंग (खरगोश पालन) जिसका पिछले कुछ सालों में काफी चलन चला है. पूरे भारत में सैकड़ों किसान खरगोश पालन से अच्छी इनकम कर रहे हैं.
आप लगभग 4 लाख रुपये में खरगोश पालन शुरू कर सकते हैं. आपको सुनकर हैरानी होगी, लेकिन बाजार में खरगोश के मांस का अच्छा भाव मिलता है. इस कारोबार से सालाना 7 से 8 लाख रुपये तक कमा सकते हैं. खरगोश को मीट और इसके बालों से बनने वाली ऊन के लिए पाला जाता है. आइए जानते हैं छोटे पैमाने पर किस तरह आप खरगोश पालन कर कमाई कर सकते हैं.
खरगोश पालने के लिए इस कारोबार को यूनिट में बांटा गया है. एक यूनिट में सात मादा और तीन नर खरगोश होते हैं. मान लें फार्मिंग के लिए शुरुआती स्तर 10 यूनिट का रखा है तो इसके लिए लगभग 4 लाख से 4.50 लाख रुपये खर्च आता है. इसमें टिन शेड लगभग 1 से 1.50 लाख रुपये, पिंजड़े 1 से 1.25 लाख रुपये, चारा और इन यूनिट्स पर लगभग 2 लाख रुपये खर्च शामिल हैं.
नर और मादा खरगोश लगभग 6 महीने के बाद ब्रीडिंग के लिए तैयार होते हैं. एक मादा खरगोश एक बार में 6 से 7 बच्चों को जन्म देती है. मादा खरगोश का प्रेगनेंसी पीरियड 30 दिन का होता है और इसके अगले 45 दिनों में बच्चा लगभग 2 किलोग्राम का होने के बाद बिकने के लिए तैयार हो जाता है.
एक मादा खरगोश से औसतन 5 बच्चे हुए तो इस तरह 45 दिनों में 350 बच्चे बनेंगे. खरगोश की यूनिट बच्चे पैदा लायक होती है. इनमें 6 महीने का इंतजार की भी जरूरत नहीं होती. 10 यूनिट खरगोश से 45 दिनों में तैयार हुआ बच्चों का बैच लगभग 2 लाख रुपये में बिकता है. इन्हें फार्म ब्रीडिंग, मीट और ऊन व्यवसाय के लिए बेचा जाता है और एक मादा खरगोश सालभर में कम से कम 7 बार बच्चे देती है. लेकिन मोर्टेलिटी, बीमारी आदि सभी को ध्यान में रखकर औसतन 5 प्रेगनेंसी पीरियड मानकर चलें तो सालभर में 10 लाख रुपये के खरगोश बिक जाते हैं जबकि चारे पर खर्च 2 से 3 लाख रुपये मान लें तो 7 लाख रुपये नेट प्रॉफिट कमाया जा सकता है. हालांकि शुरू के साल में कुल 4.50 लाख रुपये की इन्वेस्टमेंट को इसमें निकालकर चलें तब भी 3 लाख रुपये की आमदनी होती है.
अगर ज्यादा रिस्क लेने की क्षमता ना हो तो कई बड़े फार्म से फ्रेंचाइजी लेने का विकल्प नए लोगों के पास है. इसके माध्यम से खरगोश ब्रीडिंग से लेकर मार्केटिंग तक सभी तरह की ट्रेनिंग दी जाएगी.