ये सुअर अपने कारनामों से कर रहा है लाखों की कमाई,देख कर रह जाएंगे हैरान…
March 14, 2019
नई दिल्ली,दक्षिण अफ्रीका का एक सुअर दुनियाभर में प्रसिद्ध हो रहा है. दरअसल ये कोई आम सुअर नहीं है ये एक खास तरह का आर्टिस्ट है. ये सुअर मुंह में कूची पकड़ कर तरह-तरह की पेंटिंग्स बना रहा है. उसकी बनाई पेंटिंग्स काफी कीमत में बिक रही हैं. यही नहीं उसकी बनाई पेंटिंग्स की प्रदर्शनी को लोग काफी सराह भी रहे है.. इसी नाते उसका नाम पिकासो से प्रेरणा लेते हुए पिगकासो रखा गया है.
इस सुअर को स्लाटर हाउस में जाने से चंद घंटे पहले ही बचाया गया था. ये मादा सुअर है. पिगकासो को उसकी बहन रोजी के साथ दक्षिण अफ्रीका के स्लाटरहाउस में जाने से जब बचाया गया था.तब वो महज दो महीने की थी. जैसे ही उसके दातों में कूची थमाई जाती है और सामने कैनवस रखा जाता है. तब वो कूची को रंगों में डालकर उसे कैनवस पर फेरना शुरू कर देता है. इससे कई तरह की एबस्ट्रेक्ट पेंटिंग बनने लगती है.
पिगकासो की इस पेंटिंग का नाम अमेजन रखा गया है. pigcasso.myshopify.com नाम की साइट पर उसकी ज्यादातर पेंटिग्स एग्जीविट की गई हैं. फिलहाल इस साइट तरह तरह के रंगों और रूपों में बनाई गईं 64 पेंटिंग्स रखी गई हैं, इनमें वो पेंटिंग्स भी हैं, जो बिक चुकी हैं. पेंटिग्स के साथ उनकी कीमत भी इस पर दर्ज है. ये पेंटिंग्स अलग अलग नामों से इस साइट पर प्रदर्शित हैं. इस साइट पर रोज सैकड़ों लोग आकर इन्हें देखते हैं. अब पिगकासो 21 महीने की है. वो दुनिया की अकेली पिग पेंटर है. हाल ही में उसके आर्ट वर्क को 3000 पाउंड में बेचा गया. वैसे उसकी 44 पेंटिंग्स कई देशों में खरीदी जा चुकी हैं, जिसमें ब्रिटेन, अमेरिका, साउथ कोरिया और मलेशिया शामिल हैं. अब उसकी पेंटिंग की कीमत 4000 पाउंड तक भी पहुंचने लगी है.
साउथ अफ्रीका की एनिमल वेलफेयर कैंपेनर जोयने लेफसन ने उसे एक फार्म से बचाया, फिर उसे केपटाउन के पास एक फॉर्म में रखा गया, जहां आमतौर पर बचाए गए जानवर रखे जाते हैं. पिगकासो की मालिकिन जोयने लेफसन कहती हैं, सुअर बहुत स्मार्ट जानवर होते हैं. पिगकासो की हालिया पेटिंग का नाम ब्रेक्जिट है. जिसमें उसने ब्रिटिश फ्लैग के रंगों को पेंटिंग में उकेरा है. ये 1730 पाउंड में बिकी, इसे एक डच नागरिक ने अपने कलेक्शन के लिए खरीद लिया जबकि उसकी शुरुआती पेंटिंग न्यूयॉर्क के एक वकील ने खरीदा. एक दिन जोयने ने देखा कि युवा पिगकासो ने वहां काम कर रहे एक कर्मचारी का रंगने का ब्रश मुंह से उठाया और उसे वो इधर उधर फिराने लगी. तब जायने ने उसे कैनवस देने का फैसला किया.
पिगकासो जब जागी हुई होती है तो उसके मुंह में कूची ही दबी हुई होती है, इसके अलावा वो खाती है और सोती है. पिगकासो की पेंटिंग्स की दो प्रदर्शनी भी केपटाउन में पिछले महीने लग चुकी है. अगले महीने उसकी पेंटिंग सेंट्रल लंदन में लगने वाली है, इसके बाद पेंटिंग्स एग्जीविशन का पड़ाव पेरिस, बर्लिन और एम्सटर्डम में पडे़गा. पिगकासो को पेंटिग करते हुए देखने के लिए केपटाउन के इस फॉर्म में लोग आते हैं. फॉर्म में रहने वाले डॉग्स के लिए ये पेंटिंग करता हुआ पिग किसी कौतुहल से कम नहीं.