लखनऊ, 1 विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी ने कहा कि यह भाषण अनर्गल प्रलाप की एक पोथी है। यह सरकार हड़बड़ी में है और सरकारी इंसपेक्टर की भूमिका अदा कर रही है। हर जगह जांच कराने एवं लोगों को झाड़ू पकड़ाने के सिवा सरकार कोई काम नहीं कर रही है।
सदन में नेता प्रतिपक्ष ने किसानों की कर्ज माफी का जिक्र करते हुए कहा कि गत चार अप्रैल को सरकार की पहली कैबिनेट बैठक में 31 मार्च, 2016 तक किसानांे का फसली कर्ज माफ करने की बात कही गई थी। लेकिन, राज्यपाल के अभिभाषण में यह कर्ज माफी की अवधि 31 दिसंबर, 2016 कर दी गई है।
उन्होंने कहा कि इस सरकार के आने के बाद से अपराध बढ़े हैं। उन्होंने बीते दो माह के अपराध के आकड़े भी सदन में क्रमवार पेश किए। विधायकों को भी नहीं बख्शा जा रहा है। पूर्ववर्ती सपा सरकार की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा, गोमती नदी को प्रदूषण मुक्त करने के लिए गोमती रिवर फ्रंट बनाया। देश का सबसे बड़ा एक्सप्रेस वे लखनऊ से आगरा तक बनाया। अब सरकार इनकी भी जांच करा रही है। पूर्वाचल एक्सप्रेस वे के लिए 40 प्रतिशत भूमि पूर्व सरकार ने खरीद ली थी, अब यह सरकार उसे क्यों नहीं बनवा रही है।
उन्होंने कहा, गोरक्षा के नाम पर लोगों की हत्या की जा रही है। आज एक गांव से दूसरे गांव तक जानवर को ले जाना काफी कठिन हो गया है। सरकार ने एंटी रोमियो स्कावयड का गठन किया, लेकिन महिला अत्याचारों में वृद्धि हुई है। सरकार ने स्लाटर हाउस बंद कर दिया। इससे लाखों लोगों के सामने रोजी रोटी का संकट आ गया। जबकि, 40 प्रतिशत हिंदू भी इस कारोबार में लगे हुए हैं।
विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा करते हुए कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता अजय कुमार लल्लू ने कहा कि यह सरकार किसानों को लेकर बड़े-बड़े दावे कर रही है। ऐसे में सरकार को गन्ने का समर्थन मूल्य 400 रुपये क्विंटल कर देना चाहिए। सहारनपुर की घटना का उल्लेख करते हुए अजय कुमार ने कहा, वहां पर बिना इजाजत के ही शोभयात्रा निकाली जा रही थी। इसे लेकर अराजकता हुई, इसमें वहां के सांसद भी शामिल रहे। इस दौरान वहां के एसएसपी के आवास पर लोगों ने अराजकता के साथ प्रदर्शन किया। इसी तरह गोरखपुर में एक व्यापारी को जिंदा जला दिया जाता है, जिसे बाद में आत्महत्या करार करने की कोशिश की जाती है। फूलपुर में दो लड़कियों के साथ सामूहिक दुष्कर्म होता है, जिसकी एफआईआर तक दर्ज नहीं की जाती। उन्होंने किसानों की संपूर्ण कर्ज माफी, पुरानी पेंशन बहाल करने की भी मांग की।
विधानसभा में बुधवार को प्रश्नकाल के बाद बसपा नेता लालजी वर्मा ने गोरखपुर जिले से विधायक विनय तिवारी का मामला उठाते हुए अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित से आग्रह किया कि वह सदस्य को बोलने का मौका दें। लेकिन बसपा सदस्य को अपनी बात रखने का मौका पीठ द्वारा नहीं मिला। विधानसभा अध्यक्ष ने नियमों का हवाला देते हुए इस प्रकरण को गुरुवार को सुनने का आश्वासन दिया। विधायक विनय तिवारी के घर पर गत दिनों पुलिस ने छापा मारकर उनके नौकरों को थाने लाकर पूछताछ की थी। इसे लेकर विधायक एवं पुलिस के बीच तीखी झड़प भी हुई थी। इस मामले को बुधवार को लालजी वर्मा ने उठाते हुए विधायक को अपनी बात रखने की अध्यक्ष से इजाजत मांगी।
इसे लेकर नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी ने कहा कि सदस्य नियम 56 में नोटिस दे नहीं सकते, 311 में आप सुनेंगे नहीं। ऐसे में सदस्य अपनी बात कैसे रखें। इसे लेकर संसदीय कार्यमंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान नियम 56 को लेना बहुत पुरानी परंपरा है। इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने बसपा नेता को आश्वासन दिया कि 18 मई को नियम 300 के तहत इस मामले का सुना जाएगा।