पिछले वर्ष अखिलेश यादव की सपा सरकार ने भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम के साथ मिलकर पंजीकृत मजदूरों के लिए सस्ता व बेहतर भोजन उपलब्ध कराने की योजना शुरू की थी। तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने 10 मई को लोकभवन में काम कर रहे मजदूरों को भोजन भी परोसने के साथ योजना का उद्घाटन किया था। इसके तहत आईआरसीटीसी को देवा रोड स्थित अमृत फूड से खाना तैयार करवाकर कंस्ट्रक्शन साइटों पर पहुंचाने की जिम्मेदारी दी गई थी।
आईआरसीटीसी अधिकारियों ने बताया कि पिछले साल 17 अप्रैल को राज्य सरकार के साथ किया गया समझौता खत्म हो गया था। इसके बाद सरकार ने योजना तीन महीने और बढ़ाने का आग्रह किया था, जो 17 जुलाई को खत्म हो गया। सोमवार को वृंदावन, न्यू पुलिस भवन, एचसीएल, कैंसर अस्पताल, डीएलएफ में काम कर रहे 750 मजदूरों को अंतिम बार खाना परोसा गया।
आईआरसीटीसी मजदूरों को खाने में दाल, चावल, रोटियां, सब्जी, अचार, सलाद व गुड़ दिया जाता था। इसकी लागत 40.48 रुपये प्रति टिफिन आती थी। इसमें से मजदूरों से सिर्फ दस रुपये लिया जाता था, 30.38 रुपये का भुगतान राज्य सरकार आईआरसीटीसी को करती थी।