नई दिल्ली, स्वराज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष योगेन्द्र यादव ने देश की वर्तमान स्थिति पर तंज कसते हुये, उसकी तुलना इमरजेंसी से की है। इसके लिये उन्होने दुष्यंत कुमार की कविता का सहारा लिया है। यह बात उन्होने अपने एक फेसबुक पोस्ट मे कही है।
अखिलेश यादव ने नोटबंदी पर किया बड़ा खुलासा, कहा कि मंहगाई अभी और बढ़ेगी
नोटबंदी को लेकर, माकपा महासचिव ने मोदी सरकार पर लगाये गंभीर आरोप
मोदी सरकार ने वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों की नियुक्तियों मे किया बड़ा फेरबदल
दुष्यंत कुमार के जन्मदिन पर उन्हें याद करते हुए एक कविता। लिखी तो इमरजेंसी के सन्दर्भ में थी, लेकिन आज के सन्दर्भ में फिर सामायिक हो गयी है।
मत कहो, आकाश में कुहरा घना है,
यह किसी की व्यक्तिगत आलोचना है ।
सूर्य हमने भी नहीं देखा सुबह से,
क्या करोगे, सूर्य का क्या देखना है ।
इस सड़क पर इस क़दर कीचड़ बिछी है,
हर किसी का पाँव घुटनों तक सना है ।
पक्ष औ’ प्रतिपक्ष संसद में मुखर हैं,
बात इतनी है कि कोई पुल बना है
रक्त वर्षों से नसों में खौलता है,
आप कहते हैं क्षणिक उत्तेजना है ।
हो गई हर घाट पर पूरी व्यवस्था,
शौक से डूबे जिसे भी डूबना है ।
दोस्तों ! अब मंच पर सुविधा नहीं है,
आजकल नेपथ्य में संभावना है ।
मोदी- मंत्रिमंडल विस्तार की तैयारी अंतिम दौर में, जानिये कौन होगा शामिल ?
मोदी सरकार के करीब आधा दर्जन मंत्रियों का इस्तीफा, बढ़ सकती है संख्या…
भाजपा के संकल्प सिद्धि कार्यक्रम में, बांटे गए अखिलेश यादव के पोस्टर
भाजपा ने उत्तर प्रदेश मे खेला ब्राह्मण कार्ड, घोषित किया नया प्रदेश अध्यक्ष
बर्थडे पर खास- बॉलीवुड का चमकता सितारा क्यों बना राजकुमार यादव से राजकुमार राव