रिषिकेश, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि आतंकवाद और जलवायु परिवर्तन की चुनौती से जूझ रहे विश्व में योग स्थायी शांति की राह दिखाता है।यहां परमार्थ निकेतन में गंगा नदी के तट पर कल से शुरू हुए सात दिवसीय अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि योग महज एक कसरत नहीं है बल्कि यह शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य के जरिये शांति प्राप्ति का एक रास्ता है।
स्वयं प्रतिदिन योग करने वाले मोदी ने कहा कि योग व्यक्ति को प्रकृति के करीब ले जाता है और उसके शरीर तथा दिमाग की पूरी प्रणाली को अनुशासित करता है। उन्होंने कहा कि शारीरिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य देने वाले इस प्राचीन भारतीय कला का लंबे समय तक और नियमित अभ्यास ऐसी चेतना की ओर ले जाता है जिसमें मैं और हम एक दूसरे में मिलकर एक हो जाते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि योग व्यक्ति का दृष्टिकोण स्वयं से समाज तक विस्तारित कर देता है। श्रोताओं की तालियों की गड़गड़ाहट के बीच उन्होंने कहा कि यह अहं से लेकर वयम तक की यात्रा है।