नयी दिल्ली, नागर विमानन मंत्रालय ने छोटे तथा मझौले शहरों को हवाई नेटवर्क से जोड़ने की क्षेत्रीय संपर्क योजना ‘उड़ान’ के तीसरे चरण के तहत आज ऑपरेटरों को मार्गों का आवंटन किया। जिसमे देश में पहली बार सी-प्लेन के शिड्यूल ऑपरेशन का रास्ता साफ हो गया है।
नागर विमानन मंत्रालय ने आज 11 ऑपरेटरों को 325 मार्गों का आवंटन किया जिनमें सी-प्लेन के मार्ग भी शामिल हैं। गुजरात में ‘स्टेच्यू ऑफ यूनिटी’ तथा ‘साबरमती रिवर फ्रंट’ समेत छह वाटरड्रमों से इनका परिचालन शुरू किया जायेगा।
नागर विमानन मंत्री सुरेश प्रभु ने एक कार्यक्रम में ऑपरेटरों को आवंटन प्रमाणपत्र जारी किये। उन्होंने बताया कि उड़ान का तीसरा चरण इस मायने में वास्तव में ‘पाथ ब्रेकिंग’ (नयी राह खोलने वाला) है, बल्कि यह कहना सही होगा कि यह ‘वाटरब्रेकिंग’ है क्योंकि इसमें पहली बार छह वाटरड्रमों से भी हवाई सेवा शुरू होने जा रही है।
वाटरड्रमों के अलावा 16 बिल्कुल नये और 17 अंडरसर्वड हवाई अड्डों से भी उड़ान के इस चरण में सेवा शुरू होगी। कुल आवंटित 325 मार्गों में से 189 का आवंटन पारंपरिक उड़ान योजना के तहत किया गया है जबकि 46 मार्गों का आवंटन ‘पर्यटन उड़ान’ के तहत किया गया है जिसके लिए ऑपरेटरों को क्षतिपूर्ति की राशि विमानन मंत्रालय की बजाय पर्यटन मंत्रालय द्वारा दी जायेगी।
पर्यटन मंत्रालय के विशेष आग्रह पर इन रूटों को उड़ान की बोली प्रक्रिया में शामिल किया गया था।