शिलांग, यौन उत्पीड़न के आरोपों के बाद, मेघालय के राज्यपाल वी. षणमुगनाथन ने इस्तीफा दे दिया है.राजभवन के कर्मचारियों ने राज्यपाल पर अपने ‘दफ्तर की गरिमा से समझौता’ करने का आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर उनकी शिकायत की थी. राज्यपाल ने इन आरोपों का खंडन किया. षणमुगनाथन अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल का भी अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे हैं.
सूत्रों के अनुसार, कुछ दिन पहले उन पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगे थे और खबर छपने के बाद इस मामले ने तूल पकड़ लिया था. इसमे, महिला के बयान का उल्लेख था, जो नौकरी की तलाश में राजभवन आई थी. महिला ने आरोप लगाया था कि वह जब राजभवन में साक्षात्कार देने आई थी, तो राज्यपाल ने उसके साथ अनुचित व्यवहार किया था.
राजभवन के कर्मचारियों ने प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखकर राज्यपाल की शिकायत की थी .11-सूत्रीय पत्र में कहा गया कि राज्यपाल ने रात्री ड्यूटी पर दो जनसंपर्क अधिकारी, एक बावर्ची और एक नर्स को नियुक्त किया है और ये सभी महिलाएं हैं. पत्र में आरोप लगाया कि राज्यपाल ने अपना काम करने के लिए सिर्फ महिलाओं का चयन किया है और निजी सचिव पुरुष अधिकारी को अपने सचिवालय में भेज दिया है. राजभवन के कर्मचारियों ने आरोप लगाया था कि षणमुगनाथन ने राजभवन को ‘युवतियों का क्लब’ बना दिया.
राज्यपाल ने इन आरोपों का खंडन करते हुये कहा कि ये सारी बातें सही नहीं हैं. हमने सिर्फ एक उम्मीदवार का चयन किया. जिन लोगों का चयन नहीं हुआ, उन्हें ऐसी बातें नहीं करनी चाहिए.