लखनऊ, इजरायल ने रक्षा उत्पादन, पुलिस आधुनिकीकरण, कृषि और पेयजल के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश से मदद की पेशकश की है।
इजराइल के राजदूर नाओर गिलोन के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल ने सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके सरकारी आवास पर मुलाकात की। बातचीत के दौरान श्री गिलोन ने कहा कि इजराइल और भारत के बीच मजबूत सामरिक संबंध हैं। उत्तर प्रदेश के साथ हम कई क्षेत्रों में अच्छे सहयोगी की भूमिका में हैं। निकट भविष्य में इजरायल ने रक्षा, पुलिस आधुनिकीकरण, कृषि आधुनिकीकरण, किसानों को पानी के बेहतर उपयोग, बुंदेलखंड में पेयजल उपलब्धता और रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश से सहयोग करने जा रहा है।
उन्होने कहा कि इजराइल और भारत सरकार के बीच मजबूत सामरिक और रणनीतिक सम्बंध हैं, जो प्रधानमंत्री मोदी की 2017 की यात्रा के बाद और प्रगाढ़ हुए हैं तथा दोनों देश नए क्षेत्रों में मिलकर कार्य कर रहे हैं। इजराइल की सरकार उत्तर प्रदेश सरकार के साथ मिलकर किसानों की आय बढ़ाने के लिए कृषि एवं सिंचाई के क्षेत्र में, पेजजल की बेहतर उपलब्धता और जल संरक्षण के क्षेत्र में जो कार्य कर रहे हैं , उसे आगे बढ़ाएंगे। इसके साथ साथ डिफेंस, पुलिस मॉर्डनाइजेशन और उद्योगों के विकास में तकनीक हस्तांतरण भी करेंगे। उत्तर प्रदेश और इजराइल संयुक्त समूह बनाकर इन कार्यों को गति देंगे।
इस मौके पर श्री योगी ने कहा कि भारत और इजराइल के द्विपक्षीय संबंध सतत प्रगाढ़ हो रहे हैं। दोनों देशों के बीच 30 वर्ष से मजबूत राजनयिक संबंध रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2017 में अपनी इजरायल यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच सहयोग के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की थी। इस दौरे में उत्तर प्रदेश का एक प्रतिनिधिमंडल भी शामिल था। हाल के वर्षों में भारत-इजराइल के परस्पर संबंध नई ऊंचाइयों को छूआ है। उत्तर प्रदेश दोनों देशों के बीच परस्पर सम्बंधों की बेहतरी में अपनी सकारात्मक भूमिका निभाने के लिए तत्पर है।
उन्होने कहा कि इजराइल के सहयोग से उत्तर प्रदेश के जनपद बस्ती और कन्नौज में दो सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित हुए थे, दोनों ही अपने उद्देश्यों में सफलता प्राप्त कर रहे हैं। हमारी योजना हॉर्टिकल्चर और सब्जी उत्पादन क्षेत्र में नए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की है। इस कार्य में भी हमें इजराइल से आवश्यक सहयोग प्राप्त होगा।