नयी दिल्ली, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने घरेलू रक्षा उद्योग द्वारा प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में किये जा रहे नवाचारों की सराहना करते हुए कहा है कि उन्हें विश्वास है कि देश के रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने का सपना जरूर पूरा होगा।
श्री सिंह ने शुक्रवार को पुणे स्थित उन्नत रक्षा प्रौद्योगिकी संस्थान परिसर में ढांचागत परियोजनाओं का उद्घाटन करने के बाद कहा , “ अभी मुझे आप लोगों द्वारा बनाए गए कुछ सिस्टम और उत्पाद देखने का अवसर मिला। उन्हें देख कर मुझे भरोसा हो गया है कि भारत को आत्मनिर्भर बनाने का स्वप्न अवश्य पूरा होगा। ”
उन्होंने कहा कि सरकार ने रक्षा क्षेत्र में देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई पहल और योजनाएं शुरू की हैं। श्री सिंह ने कहा , “ रक्षा मंत्रालय द्वारा अनेक ऐसे इनीशिएटिव्स शुरू किए गए हैं, जहां हमारी सेना, एकेडमिया, उद्योग और सरकार के प्रतिनिधि एक मंच पर आकर नॉलेज और बेस्ट प्रेक्टिस साझा कर इनोवेशन की राह में आगे बढ़ सकते हैं। ”
रक्षा मंत्री ने कहा कि सरकार ने आईडेक्स से जुड़ी खरीददारियों के लिए इस वर्ष एक हजार करोड़ रूपये का बजट मंजूर किया है। साथ ही रक्षा और एयरोस्पेस सेक्टर में नवाचार को बढ़ावा देने के वास्ते 300 से अधिक स्टार्ट अप की सहायता के लिए लगभग 500 करोड़ रुपए अलग से आवंटित किए हैं।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर खास ध्यान देते हुए राष्ट्रीय अनुसंधान प्रतिष्ठान की कल्पना की गई है जिसमें अगले पांच वर्षों में पूरे 50,000 करोड़ रुपए अनुसंधान पर निवेश किए जाएंगे। रक्षा मंत्री ने कहा कि यह अच्छी बात है कि रक्षा प्रौद्योगिकी संस्थान समय समय पर अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला आयोजित कर सशस्त्र बलों तथा डीआरडीओ के वैज्ञानिकों को नयी चीजों के बारे में जानकारी दे रहा है।
श्री सिंह ने कहा कि यह भी अपने आप में बड़ी बात है कि इस प्रतिष्ठान के फैक्लटी सदस्य अपने क्षेत्र में अग्रणी हैं और तीन प्रोफेसरों को प्रोफेसरों को दुनिया में शीर्ष दो प्रतिशत ब्रैकेट में स्थान दिया गया है।