लाहौर, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के नवनिर्वाचित चेयरमैन रमीज़ राजा ने अपना कार्यभार संभालने के पहले ही दिन पाकिस्तान क्रिकेट को सही रास्ते पर ले जाने और घरेलू क्रिकेट की तस्वीर बदलने का भरोया जताया।
रमीज सोमवार को निर्विरोध तौर पर पीसीबी का नया चेयरमैन चुना गया, इस कुर्सी पर बैठने वाले वह सिर्फ़ चौथे टेस्ट क्रिकेटर हैं। पीसीबी के अधिकारियों के साथ बातचीत के बाद रमीज़ राजा पहली बार बतौर पीसीबी चेयरमैन मीडिया से मुख़ातिब हुए। लाहौर के बॉब वूल्मर इंडोर कॉम्पलेक्स में क़रीब एक घंटे चली इस प्रेस कॉन्फ़्रेंस में रमीज़ ने कई मुद्दों पर खुल कर अपनी बात रखी। उनसे मुलाक़ात करने उनके पुराने साथी मोईन ख़ान और आकिब जावेद भी मौजूद थे।
रमीज़ राजा ने कहा, “क्रिकेट ही मेरी पहचान है और यही मेरा काम। मेरा मक़सद बिल्कुल साफ़ है, मैंने शुरू से ही सोच रखा था कि जब भी मुझे ये मौक़ा मिलेगा मैं पाकिस्तान क्रिकेट के लिए इसका पूरा फ़ायदा उठाऊंगा। मैंने कुछ लंबी अवधि वाले लक्ष्य भी रखे हैं और कुछ छोटी अवधि वाले लक्ष्य भी। लेकिन वे चाहे जो भी हों एक चीज़ बिल्कुल समान है और वह ये कि क्रिकेट बोर्ड का प्रदर्शन टीम के प्रदर्शन पर ही निर्भर करेगा। हमारी पूरी कोशिश रहेगी कि हम पाकिस्तान क्रिकेट को ज़मीनी स्तर से ठीक करेंगे ताकि इसका असर हर तरीक़े की क्रिकेट पर पड़े।”
इस प्रेस कॉन्फ़्रेंस में रमीज़ से पाकिस्तान क्रिकेट टीम के मौजूदा कप्तान बाबर आज़म और पीसीबी के सीईओ वसीम ख़ान के भविष्य को लेकर भी सवाल किए गए। जिसके जवाब में रमीज़ ने साफ़ तौर पर कहा कि इस बारे में कुछ भी कहना बेहद जल्दबाज़ी हो जाएगी।
उन्होंने कहा,”मेरे लिए ये सोचना बहुत जल्दबाज़ी होगी, मुझे अभी उन्हें समझने के लिए और भी वक़्त देना होगा। मेरी बाबर से मुलाक़ात भी हुई है और मैंने यही कहा है कि अगर ऐकेडमी के बाहर आपके ऑटोग्राफ़ के लिए 400 लोगों की भीड़ न जमा हो तो फिर क्रिकेट असफल है। मैं वैसा नेतृत्व चाहता हूं जो हमारे ज़माने में था, मैं बाबर से भी वैसी ही उम्मीद करता हूं जैसे कभी इमरान ख़ान थे।”
रमीज़ राजा ने पाकिस्तान क्रिकेट के सिस्टम के अंदर आने वाले 192 प्रथम श्रेणी खिलाड़ियों की भुगतान राशि में भी इज़ाफ़ा करने का ऐलान किया। उन्होंने प्रत्येक खिलाड़ी की भुगतान राशि एक लाख पाकिस्तानी रुपये (क़रीब 600 यूएस डॉलर) बढ़ाने की घोषणा की।
“अभी प्रथम श्रेणी क्रिकेटरों का भविष्य अधर में है, ये साफ़ नहीं है कि उन्हें कब तक पैसे मिलेंगे और वे कब तक क्रिकेट खेलेंगे। हमें एक ऐसा सिस्टम बनाना है ताकि उनके प्रदर्शन को देखा जा सके और उन्हें उसी हिसाब से मेहनत का फल मिल सके। मैंने पाकिस्तानी टीम से बात की है और इसके मॉडल पर भी चर्चा की है। मैंने पाकिस्तान क्रिकेट की बेहतरी के लिए बहुत कुछ सोच रखा है और पूरी कोशिश रहेगी इसे हक़ीक़त में भी बदल डालूं।”