तिरुवनंतपुरम, केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने मुख्यमंत्री पिनारायी विजयन के साथ टकराव के बाद एक अभूतपूर्व घटनाक्रम में सोमवार को राजभवन में एक संवाददाता सम्मेलन बुलाया है।
राजभवन से रविवार रात एक संदेश में कहा गया, “राज्यपाल कल मीडिया के साथ कुछ वीडियो क्लिपिंग और दस्तावेज साझा करना चाहते हैं।”
इससे पहले राज्यपाल ने रविवार को पत्रकारों से कहा कि वह सोमवार को सभी पत्र पेश करेंगे, जो मुख्यमंत्री ने उन्हें लिखे थे। उन्होंने आरोप लगाया कि केरल पुलिस ने तीन साल पहले उनके खिलाफ हुए हमले के सिलसिले में मामला दर्ज नहीं किया था।
उन्होंने कहा कि गृह विभाग का प्रभार संभाल रहे मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन इस संबंध में पुलिस की निष्क्रियता के मामले में शामिल थे। उन्होंने दावा किया कि मुख्यमंत्री ने पुलिस को इसकी रिपोर्ट नहीं करने का निर्देश दिया।
शनिवार को आरिफ मोहम्मद खान ने आरोप लगाया कि राज्यपाल कार्यालय को नीचा दिखाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि उन्हें यह देखकर खुशी हुई कि मुख्यमंत्री अपने द्वारा उठाए गए मुद्दों पर खुलकर सामने आए।
उन्होंने श्री विजयन की इस आलोचना का जवाब देते हुए कहा कि राज्यपाल के बयान उनके पद के अनुरूप नहीं हैं।
कन्नूर विश्वविद्यालय में मलयालम भाषा में एसोसिएट प्रोफेसर के रूप में मुख्यमंत्री के निजी सचिव केके रागेश की पत्नी प्रिया वर्गीस की नियुक्ति को लेकर मुख्यमंत्री और राज्यपाल के बीच पहले से ही वाकयुद्ध छिड़ा हुआ है।
मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को राज्य के विश्वविद्यालयों में नियुक्तियों में कथित भाई-भतीजावाद के खिलाफ राज्यपाल की आलोचना का जवाब देते हुए कहा,“उनके सभी आरोप निराधार हैं। कोई ऐसा कैसे कह सकता है।”
मुख्यमंत्री ने कहा, “यह पूरी तरह से बकवास है। उन्हें कैंपस की राजनीति के हिस्से के रूप में विश्वविद्यालय परिसरों में नियुक्ति के मुद्दों और प्रचार सामग्री के निर्माण सहित ऐसे मामलों पर इस तरह का जवाब देने का अधिकार किसने दिया।”