नयी दिल्ली, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने महाराष्ट्र और कर्नाटक में राज्यसभा चुनाव में बड़ी कामयाबी की है। पार्टी ने महाराष्ट्र में शिवसेना से एक सीट छीन ली, जबकि कर्नाटक में उम्मीद से एक सीट अधिक जीतने में कामयाब रही है। वहीं हरियाणा में गांधी परिवार के करीबी एवं कांग्रेस उम्मीदवार अजय माकन को हार का मुंह देखना पड़ा है।
देश के चार राज्यों में राज्यसभा की 16 सीटों के लिए शुक्रवार को हुए चुनाव के नतीजे घोषित हो गए हैं। चुनाव परिणामों के मुताबिक कर्नाटक में भाजपा को तीन और कांग्रेस को एक सीट मिली है। वहीं, राजस्थान में कांग्रेस ने तीन, जबकि भाजपा ने एक सीट पर जीत हासिल की है। हरियाणा में राज्यसभा की दो सीटों के लिए हुए चुनाव भाजपा के कृष्णलाल पंवार और भाजपा- जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार कार्तिकेय शर्मा को जीत मिली है।
राज्यसभा चुनाव में सबसे बड़ा उलटफेर महाराष्ट्र में हुआ है। यहां पर भाजपा ने शिवसेना से एक सीट छीन ली है। राज्य में भाजपा के तीनों प्रत्याशियों को जीत मिली। वहीं, कांग्रेस नेता इमरान प्रतापगढ़ी, शिवसेना के संजय राउत और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रफुल्ल पटेल ने विजयी हुए हैं, जबकि शिवसेना उम्मीदवार संजय पवार चुनाव हार गए।
महाराष्ट्र में मतगणना के साथ ही शिवसेना को बड़ा झटका लगा। पार्टी के दूसरे उम्मीदवार संजय पवार भाजपा प्रत्याशी धनंजय महादिक से हार गए। महाराष्ट्र में भाजपा के तीन, शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस के क्रमशः एक-एक उम्मीदवार सांसद बने हैं। आयोग ने शिवसेना के एक विधायक का वोट रद्द कर दिया था।
वहीं, हरियाणा से गांधी परिवार के करीबी नेता एवं कांग्रेस उम्मीदवार अजय माकन निर्दलीय उम्मीदवार कार्तिकेय शर्मा से चुनाव हार गए, लेकिन पार्टी के लिए थोड़ी सी राहत की खबर राजस्थान से आई है। राजस्थान में कांग्रेस की बाड़ेबंदी सफल रही और पार्टी के तीनों उम्मीदवार चुनाव जीतने में कामयाब रहे हैं। अगर, पार्टी उम्मीदवार प्रमोद तिवारी को एक वोट भी कम मिलता, तो भाजपा यहां जीत हासिल करने में कामयाब हो जाती है।
हरियाणा में भाजपा उम्मीदवार कृष्ण लाल पंवार का जीतना तो तय था। वहीं देर रात ढाई बजे एक वोट के रद्द होने के बाद निदर्लीय उम्मीदवार कार्तिकेय शर्मा को भी विजयी घोषित कर दिया गया। हरियाणा में वोटिंग से लेकर रिजल्ट तक पूरे दिन हाईवोल्टेज राजनीतिक नाटक चलता रहा।
कांग्रेस के आदमपुर विधायक कुलदीप बिश्नोई जब मतदान कर बाहर आए, तो कांग्रेसियों के चेहरों पर चिंता साफ झलकी। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक उन्होंने श्री माकन को वोट देने की बजाय क्रॉस वोट किया है।
उल्लेखनीय है कि राज्यसभा चुनाव का बिगुल बजते ही कांग्रेस ने राजस्थान में अपने विधायकों को जुटाना शुरू कर दिया था। इसके लिए जिस उदयपुर में पार्टी का चिंतन शिविर हुआ था, उसी में सभी विधायकों को ठहराया गया। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बहुजन समाजवादी पार्टी से कांग्रेस में आए और निर्दलीय विधायकों से खुद मिलते रहे। कांग्रेस ने 4 सीटों में से 3 पर कैंडिडेट उतारे थे। राज्य में तीन सीट जीतने के लिए कांग्रेस को 123 मतों की जरूरत थी। मतगणना में कांग्रेस को 126 वोट मिले हैं। राजस्थान में रणदीप सुरजेवाला को 43, श्री मुकुल वासनिक को 42 और श्री प्रमोद तिवारी को 41 और भाजपा उम्मीदवार घनश्याम तिवाड़ी को 43 वोट मिले, जबकि निर्दलीय सुभाष चंद्रा को 30 वोट मिले। वह चुनाव हार गए।
उधर, मतदान के दौरान कांग्रेस के पक्ष में क्रॉस वोटिंग करने की वजह से धौलपुर से विधायक शोभारानी कुशवाहा को भाजपा छह साल के लिए पार्टी से सस्पेंड कर दिया है। वहीं जीत के बाद श्री गहलोत ने कहा, “2023 के विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस ऐसे ही जीतेगी।“
कर्नाटक में संख्या के हिसाब से भाजपा के खाते में राज्यसभा की दो सीटें ही आ रही थी, लेकिन राज्य में चार सीटों पर हो रहे चुनाव में कांग्रेस ने 2 और जनता दल (सेक्यूलर) ने एक उम्मीदवार उतार दिए। इस वजह से चुनाव दिलचस्प हो गया था। चुनाव परिणाम में भाजपा तीन सदस्यों को जीत मिल गई, जबकि कांग्रेस के श्री जयराम रमेश भी उच्च सदन में पहुंचने में कामयाब रहे।