नई दिल्ली/अमृतसर, पंजाब के अमृतसर में स्थित जलियांवाला बाग का समुचित रखरखाव न होने के संबंध में भाजपा के एक सदस्य द्वारा उठाए गए मुद्दे पर मना करने के बावजूद आरोपों का जवाब देने की वजह से कांग्रेस के प्रताप सिंह बाजवा को आज राज्यसभा में आसन की नाराजगी का सामना करना पड़ा।
शून्यकाल में भाजपा के श्वेत मलिक ने जलियांवाला बाग की समुचित रखरखाव न होने का मुद्दा उठाया। शून्यकाल में भाजपा के श्वेत मलिक ने जलियांवाला बाग की समुचित रखरखाव न होने का मुद्दा उठाया था जिसके जवाब में बाजवा ने उप सभापति पी जे कुरियन के मना करने के बावजूद बोलना जारी रखा। इस पर कुरियन ने उन पर नाराजगी जाहिर की थी।
भोजनावकाश के बाद बैठक शुरू होने पर बाजवा ने व्यवस्था का प्रश्न उठाते हुए कहा आसन के प्रति अनादर जाहिर करने के लिए मैं खेद व्यक्त करता हूं और माफी चाहता हूं। मेरा अभिप्राय आसन का अनादर करना नहीं था। अगर आपकी भावनाएं आहत हुई हैं तो मैं माफी चाहता हूं। उन्होंने कहा कि संप्रग सरकार के कार्यकाल में तत्कालीन संस्कृति मंत्री ने जलियांवाला बाग के लिए 7.5 करोड़ रुपए दिए थे। स्मारक की देखभाल और समुचित रखरखाव के लिए और वित्तीय सहायता की जरूरत है। बाजवा ने कहा कृपया और धन इसके लिए मुहैया कराएं। मैं भाजपा सदस्य से सहमत हूं कि स्मारक का समुचित रखरखाव किया जाना चाहिए। उप सभापति कुरियन ने सदस्य को आश्वस्त किया कि उनकी भावनाएं आहत नहीं हुई हैं।