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राधा मोहन दास अग्रवाल के धरने के बाद, गोरखपुर की राजनीति एक बार फिर गरमायी

गोरखपुर ,  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कर्मभूमि गोरखपुर में पुलिस उपाधीक्षक चारु निगम से दुर्व्यवहार करने का आरोप झेल रहे गोरखपुर के भारतीय जनता पार्टी  के सदर विधायक राधा मोहन दास अग्रवाल द्वारा आज गैर कानूनी शराब केन्द्रो को बन्द कराने को लेकर दिये गये धरने से शहर की राजनीति एक बार फिर गरमा गयी है।

डा0 अग्रवाल ने स्थानीय टाउन हाल स्थित गांधी प्रतिमा के समक्ष गैर कानूनी शराब केन्द्रो को बन्द कराने के लिए सैकडों समर्थकों के साथ धरना दिया जिससे पिछले सात मई को पुलिस अधिकारी और उनके बीच हुई तकरार पर राजनीति फिर से गरम हो गयी है।

डा0 अग्रवाल ने धरने पर बैठे लोगों को सम्बाधित करते हुए अवैध शराब कारोबारियों को पुलिस का संरक्षण प्राप्त होने का आरोप लगाया। उन्होंने धरने को शराब बंदी के मुद्दे पर नागरिकों से ज्ञापन लेने का कार्यक्रम बताते हुए कहा कि उच्चतम न्यायालय का आदेश है कि राष्ट्रीय राजमार्गों से 500 मीटर की दूरी पर शराब की दुकान न खोली जाय। उन्होंने कहा कि बावजूद इसके राष्ट्रीय राजमार्गो के पासए स्कूल और धार्मिक स्थलों के पास शराब की दुकाने खुल रही हैं जिसे पुलिस अधिकारी नजरअंदाज कर रहे हैं।

उन्होंने महिला पुलिस अधिकारी चारू निगम की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि महिलाओं पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज कराना महिलाओं के अधिकारों का हनन है। उन्होंने इस घटना के लिए इलेक्ट्रानिक चैनलों पर कडा प्रहार करते हुए कहा कि मीडिया को आईपीएस अधिकारी के आंसू तो नजर आये मगर गर्भवती महिलाओं और बच्चों के आंसू नजर नहीं आये।

भाजपा नेता ने कहा कि इस मुद्दे पर उनकी आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से दूरभाष पर वार्ता हुयी है और वह कल लखनऊ में व्यक्तिगत तौर पर उनसे मिलकर सारी घटनाओं को अवगत करायेंगे। वह योगी आदित्यनाथ के शिष्य हैं और मुख्यमंत्री जिले के सांसद हैं। वह उनकी कमी गोरखपुर में महसूस नहीं होने देंगे। दूसरी तरफ कांग्रेस ने महिला पुलिस अधिकारी चारू निगम के समर्थन में कल धरना देने का एलान किया है।

सूत्रों के अनुसार विधायक डा0 राधा मोहन दास अग्रवाल को भाजपा के बडे नेताओं का समर्थन प्राप्त है। इधर श्री अग्रवाल के प़क्ष में शिक्षक ठकुरायी गुट जगदीश पान्डेय और सर्राफा मंडल सामने आ गया है। सर्राफा मंडल के अध्यक्ष शरद चन्द ने शराब की दुकाने बन्द कराने के लिए डा अग्रवाल का समर्थन किया है।

गौरतलब है कि पिछले सात मई को जिले के चिलुआताल क्षेत्र के कोललवा गांव की महिलायें कच्ची शराब के खिलाफ सडक मार्ग जाम कर रही थी। इस दौरान पुलिस उपाधीक्षक चारू निगम जाम खुलवाने के लिए पहुंची जहां ग्रामीणों से उनकी झडप हो गयी और आक्रोशित महिलाओं ने उन पर पथराव कर दिया जिससे उन्हें चोट आयी। इस मामले में पुलिस ने सात प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया था।

पुलिस की इस कार्रवाई के विरोध में भाजपा विधायक डाण् अग्रवाल मौके पर पहुंच गये जहां उनके और सुश्री चारू निगम के बीच श्हाट टाक हुई और उनकी आंखों से आंसू छलक पडे थे। पुलिस उपाधीक्षक चारू निगम ने कल रात फेश बुक पर लिखे गये अपने कमेन्ट को वापस ले लिया है। उन्होंने फेशबुक पर लिखा था कि मेरे आंसू को मेरी कमजोरी न समझना। उनके इस कमेन्ट को दस हजार से अधिक लोगों ने पसन्द किया जिसके बाद नगर विधायक अग्रवाल फिर सक्रिय हो गये।