ग्वालियर।अंग्रेजों के खिलाफ लड़े गए पहले स्वतंत्रता संग्राम की नायिका झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की कई तस्वीरें प्रचलित हैं। कोई यकीन के साथ नहीं कह सकता कि इनमें से कौन सी रानी लक्ष्मीबाई की असली तस्वीर है। क्या है पूरा मामला…
झांसी की रानी लक्षमीबाई 18 जून 1858 को ग्वालियर में ही शहीद हुई थीं।
-झांसी की रानी लक्ष्मीबाई के जिस फोटोग्राफ को सबसे ज्यादा लोगों ने असली माना है वो है एक पोस्टकार्ड पर प्रकाशित किया गया था।
-बताया जाता है कि कोलकाता में रहने वाले जर्मन फोटोग्राफर जॉन स्टोन एंड हॉफमैन ने 1850 में खींचा था, और यह अहमदाबाद निवासी चित्रकार अंबालाल के पास है।
फोटो पर उठे ये विवाद
– मुंबई हाईकोर्ट में विवेक तांबे नाम के एक विधि छात्र ने याचिका दायर की थी। विवेक ने खुद को लक्ष्मीबाई का वंशज बताया था।
-याचिका में रानी लक्ष्मीबाई के कुलनाम सहित कई बिंदुओं को शामिल करते हुए एक किताब में छपे रानी लक्ष्मीबाई के स्केच पर आपत्ति जताई थी।
-इस स्केच में लक्ष्मीबाई को हुक्का पीते हुए दिखाया गया था। इस पर कई लोगों ने भी आपत्ति जताई थी।
– दूसरा विवाद हाफमेन के ही नाम पर प्रकाशित एक और फोटोग्राफ पर हुआ, इसमें रानी लक्ष्मीबाई का ग्लैमरस फोटोग्राफ प्रकाशित किया गाया था।
-आपत्ति जताने वालों ने इसे एक बालीवुड सिंगर शारदा सिंहा की युवावस्था के फोटो में कुछ मोडिफिकेशन कर बनाया गया बताया था।