आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने कहा है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का ड्रेस बदला जाना पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के ‘तर्कपूर्ण बयान’ का असर है.उन्होंने कहा कि राबड़ीदेवी जी के एक तर्कपूर्ण आक्रमक बयान ने मात्र 2 महीने में RSS को ‘हाफ पैंट’ से ‘फुल पैंट’ करने पर मजबूर कर दिया.लालू ने बताया कि जनवरी में राबड़ी देवी ने आरएसएस पर निशाना साधते हुए कहा था कि आरएसएस कैसा संगठन है, जहां उम्रदराज लोगों को भी हाफ पैंट पहननी पड़ती है. क्या उन्हें सार्वजनिक जगहों पर जाने में शर्म नहीं महसूस होती?बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री ने एक मीटिंग में यह भी कहा था कि आरजेडी पर ‘लाठी में तेल पिलावन’ कहकर आरोप लगाने वाले आरएसएस के लोग खुद क्यों लाठी लेकर चलते हैं.
संघ के गठन के समय साल 1925 से लेकर 1939 तक संघ की ड्रेस पूरी तरह खाकी थी.1940 में व्हाइट फुल स्लीव्स वाली शर्ट लागू की गई. 1973 में लेदर शूज की जगह लॉन्ग बूट शामिल किए गए. हालांकि, रेक्सीन के शूज का भी ऑप्शन रखा गया था।2010 में बदलाव हुआ। तब लेदर बेल्ट की जगह कैनवास बेल्ट लाया गया.
रविवार को राजस्थान के नागौर में हुई आरएसएस की नेशनल मीटिंग में सर सहकार्यवाह भैयाजी जोशी ने ड्रेस कोड में बदलाव का एलान किया. उन्होंने कहा, ”हम वक्त के साथ बदलते रहेंगे। खाकी हाफ पैंट के बदले स्वयंसेवक फुल भूरे रंग की पैंट पहनेंगे।”
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