पटना, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के संस्थापक रामविलास पासवान की पहली बरसी के मौके पर आज पत्र लिखकर कहा कि उनके जीवन से (श्री पासवान) बहुत कुछ सीख सकते हैं युवा राजनेता।
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने लोजपा संस्थापक के पुत्र एवं बिहार के जमुई से सांसद चिराग पासवान को दो पन्ने का श्रद्धांजलि देते हुए एक पत्र लिखा है। पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं लोजपा संस्थापक की बरसी का कार्यक्रम रविवार को राजधानी पटना के श्री कृष्णापुरी स्थित सांसद श्री पासवान के आवास पर आयोजित किया गया है। सांसद श्री पासवान ने प्रधानमंत्री के लिखे पत्र को अपने फेसबुक पर शेयर कर उन्हें धन्यवाद दिया है।
श्री मोदी ने अपने पत्र में लिखा है, “देश के महान सपूत बिहार के गौरव और सामाजिक न्याय की बुलंद आवाज रहे स्वर्गीय रामविलास पासवान को मैं अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। यह मेरे लिए बहुत अहम दिन है। मैं आज उन्हें न केवल अपने आत्मीय मित्र के रूप में याद कर रहा हूं बल्कि भारतीय राजनीति में उनके जाने से जो शून्य उत्पन्न हुआ है, उसे भी अनुभव कर रहा हूं। स्वतंत्र भारत के राजनीतिक इतिहास में पासवान जी का हमेशा अपना एक अलग स्थान रहा। वह एक बहुत ही सामान्य पृष्ठभूमि से उठकर शीर्ष तक पहुंचे।”
प्रधानमंत्री ने पत्र में लिखा है कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार के छह वर्षों में भी उन्होंने इसी ऊर्जा के साथ स्वयं को जनहित से जुड़े निर्णय के लिए समर्पित रखा। उनके प्रयासों से देश को उपभोक्ता अधिकार और जन वितरण प्रणाली से जुड़े अनेक प्रभावी कदम उठाने में दिशा मिली। आज जो युवा राजनीति को जानना और समझना चाहते हैं श्री पासवान का जीवन उन्हें काफी कुछ सिखा सकता है।
पत्र में कहा गया, “सत्ता के शीर्ष पर पहुंच कर भी वह हमेशा अपने कार्यकर्ताओं के लिए सुलभ रहते थे और उनके सुख-दुख में भागीदार रहते थे। उन्होंने हमेशा संवाद और सौहार्द में भरोसा किया। यही वजह है कि हर राजनीतिक दल के नेताओं के साथ उनके मधुर संबंध रहे। हमेशा चेहरे पर मुस्कान लिए मिलने वाले रामविलास जी सभी के थे, जन-जन के थे। मैं रामविलास जी के परिवार के सभी सदस्यों के लिए उनके सभी समर्थकों के लिए बेहतर स्वास्थ्य एवं सुख समृद्धि की कामना करता हूं।”