अयोध्या, सावन के चौथे सोमवार को भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में हजारों श्रद्धालुओं ने हर हर महादेव के उदघोष के बीच भगवान शिव का जलाभिषेक किया।
श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये थे। भोर से ही श्रद्धालु सरयू स्नान कर भोलेबाबा का जलाभिषेक भी कर रहे थे। राम की नगरी में चारों ओर हर-हर महादेव की जय जयकार हो रही थी। श्रद्धालुओं का तांता टूटने का नाम नहीं ले रहा था। शिवालयों में ब्रह्म मुहूर्त से लेकर देर शाम तक जलाभिषेक व पूजन-अर्चन चलता रहा, सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ सरयू स्नान घाटों की ओर बढ़ रही थी। लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं ने सरयू सलिला में पुण्य की डुबकी लगायी। स्नान दान कर जीवन कृतार्थ किया। सरयू स्नान घाटों पर स्नान दान का सिलसिला ब्रह्म मुहूर्त से शुरू होकर शाम तक चलता रहा।
श्रद्धालुओं की भीड़ प्राचीन नागेश्वरनाथ मंदिर की तरफ ज्यादा देखी गयी। मंदिर का क्षेत्र संकरा होने के कारण भीड़ का दबाव लगातार बढ़ता रहा लेकिन सुरक्षा व्यवस्था इतनी सख्त थी जिससे वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने अपनी सूझबूझ का परिचय देते हुए भारी भीड़ को सकुशल नियंत्रित किया। नागेश्वरनाथ के पास बैरीकेडिंग के माध्यम से पुलिस श्रद्धालुओं को नियंत्रित करती रही। थोड़ी-थोड़ी टुकडिय़ों में शिवभक्तों को नागेश्वरनाथ मंदिर में जलाभिषेक के लिये छोड़ा गया।
प्राचीन क्षीरेश्वनाथ मंदिर में शिवभक्तों की भारी भीड़ रही। शिवभक्तों ने यहां पर लाइन से खड़े होकर क्षीरेश्वरनाथ महाराज का दर्शन-पूजन किया। यहां पर भी भक्तों ने भोले बाबा को दूध, दही, शहद, बेल पत्र, पूर्वा, फल मिष्ठान चढ़ाया। श्रद्धालु यहां बैठ करके शिव बाबा का कथा भी सुना। क्षीरेश्वरनाथ मंदिर में बड़ी संख्या में शिवभक्तों ने भगवान शंकर को जल चढ़ाया।
पुलिस ने बताया कि सावन के चौथे सोमवार पर अयोध्या की सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रही। चप्पे-चप्पे पर पुलिस के जवान तैनात रहे। प्रसिद्ध हनुमानगढ़ी मंदिर, कनक भवन मंदिर, रामजन्मभूमि, नागेश्वरनाथ, क्षीरेश्वरनाथ समेत अन्य भीड़भाड़ वाले मुख्य मंदिरों में काफी संख्या में पुलिस के जवान तैनात रहे।
उन्होंने बताया कि सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में खुफिया तंत्र की टीमें पूरी तरह सक्रिय रहीं। आने जाने वालों पर पैनी नजर गड़ाये रहे। भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में बम स्कवायड व डाग स्कवायड पूरी तरह सक्रिय थे। उन्होंने बताया कि भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में संदिग्ध वस्तुओं की जांच पड़ताल पुलिस कर रही थी। सरयू स्नान घाट, नागेश्वरनाथ मंदिर, राम की पैड़ी, नयाघाट, बंधा तिराहा समेत अन्य भीड़भाड़ वाले व सघन क्षेत्रों में बैरीकेडिंग की व्यवस्था थी, जिससे कोई अनहोनी घटना घटित न होने पाये।
पुलिस ने बताया कि सरयू स्नान घाटों पर पीएससी व पुलिस बल के साथ-साथ मोटर बोट, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, जल पुलिस, गोताखोर तैनात थे जो किसी भी अनहोनी घटना से निपटने के लिये पूरी तरह सक्षम रहे। अयोध्या में बड़ी और छोटी गाडिय़ों को शहर के बाहर स्थायी पार्क में बनाकर रोक दिये गये थे। राम की नगरी की तरफ जाने वाले वाहनों के रूट डायवर्ट किये गये थे। मेला कंट्रोल रूम में बैठकर सीसीटीवी कैमरों व ड्रोन कैमरों से निगरानी हो रही थी। जिले के आला अधिकारी नागेश्वरनाथ मंदिर, राम की पैड़ी, सरयू स्नान घाटों सहित अन्य भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में जाकर हर परिस्थिति का जायजा लेते दिखायी पड़ रहे थे। अधिकारीगण सावन के चौथे सोमवार के सुरक्षा व्यवस्था की मानीटरिंग कर रहे थे और मातहत अधिकारियों को दिशा-निर्देशित भी कर रहे थे।