नई दिल्ली, राम मंदिर पर सियासत में उबाल है। विरोधी दल एक दूसरे पर निशाना साध रहे हैं। कांग्रेस जहां एक तरफ कह रही है कि विकास के मुद्दे पर राजनीति का दावा करने वाली भाजपा का असली चेहरा अब सामने आ रहा है। वहीं भाजपा के अंदर भी कुछ नेताओं को बेचौनी है कि आखिर इस मुद्दे पर सरकार टालमटोल का रवैया क्यों अपना रही है।
भाजपा के फायर ब्रांड सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि राम मंदिर का एजेंडा भाजपा के 2014 के घोषणापत्र में है। हम इस मुद्दे से भाग नहीं सकते हैं, जनता के सामने पार्टी को कुछ सार्थक परिणाम दिखाने होंगे। हालांकि स्वामी ने कहा कि वो ये नहीं कह रहे हैं कि सरकार इस मुद्दे पर जबरदस्ती करे। लेकिन हमें समयबद्ध फैसले की ओर जाना ही होगा, लंबे समय तक हम चुपचाप नहीं बैठ सकते हैं। वहीं भाजपा के दूसरे फायरब्रांड नेता विनय कटियार ने कहा कि अयोध्या में मंदिरों की कमी नहीं है। भगवान राम की जन्मभूमि से 15 किमी दूर रामायण संग्रहालय बनाकर लॉलीपॉप पकड़ाया जा रहा है। हमें असली मुद्दे पर आना ही होगा।