नयी दिल्ली, पंद्रहवें राष्ट्रपति चुनाव की आज अधिसूचना जारी होने के साथ ही राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गयी है तथा सत्ता पक्ष और विपक्ष अपनी रणनीति बनाने में जुट गये हैं।
सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी और विपक्षी दलों की आज हुई अलग.अलग बैठकों में राष्ट्रपति चुनाव की रणनीति पर विचार किया गया लेकिन अभी तक उम्मीदवार के रुप मेें कोई नाम सामने नहीं आया है। आज अधिसूचना जारी करने के साथ ही राष्ट्रपति चुनाव के लिये नामांकन पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया शुरु हो गयी। नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि 28 जून है तथा चुनाव 17 जुलाई को होगा।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के बुलावे पर गत 26 मई को 17 विपक्षी दलों के नेताओं की बैठक के बाद यह कहा गया था कि राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिये सर्वसम्मति बनाने के वास्ते सरकार काे पहल करनी चाहिये। राष्ट्रपति चुनाव को लेकर सामूहिक रणनीति बनाने के लिये नौ विपक्षी दलों के नेताओं की उप समिति बनायी गयी थी जिसकी आज पहली बैठक हुयी। इसमें चुनावी रणनीति और विपक्षी दलों की एकजुटता को मजबूत करने पर विचार हुआ लेकिन उम्मीदवार के नाम पर चर्चा नहीं हुयी।
भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह ने राष्ट्रपति चुनाव को लेकर विभिन्न दलों से विचार.विमर्श के लिये तीन सदस्यीय समिति बनायी है जिसमें सर्वश्री एम वेंकैया नायडूए राजनाथ सिंह और अरुण जेटली शामिल हैं। इस समिति ने विपक्षी दलों से संपर्क साधना शुरु कर दिया और अब तक बहुजन समाज पार्टीए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के नेताआें से फोन पर बात की है। समिति शुक्रवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से इस सिलसिले में मुलाकात करेगी। उसके बाद वह मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी से बातचीत करेगी ।
भाजपा सूत्रों के अनुसार पार्टी के कोर ग्रुप की आज हुइ बैठक में राष्ट्रपति चुनाव की रणनीति तथा विपक्षी दलों से होने वाली बातचीत पर चर्चा की गयी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 24 जून को अमरीका की यात्रा पर रवाना होना है। पार्टी उससे पहले ही अपने उम्मीदवार का नामांकन दाखिल करना चाहेगी।
विपक्षी दलों की संसद भवन में हुई बैठक के बाद कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने संवाददाताओं से कहा ष्बैठक में किसी नाम पर चर्चा नहीं हुई लेकिन इसकी प्रक्रिया शुरू हो गयी है। इस संबंध में जल्द ही एक और बैठक होगी जिसमें नाम पर विचार किया जा सकता है।ष्