नई दिल्ली, समूचे विपक्ष ने राष्ट्रपति चुनाव के मुद्दे पर एकजुटता दिखाने का प्रयास किया और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा दिए गए दोपहर के भोज में विभिन्न गैर-एनडीए दलों के नेताओं ने शिरकत की.
सोनिया गांधी द्वारा संसद भवन पुस्तकालय में दिए गए दोपहर भोज में ममता, मायावती, लालू के साथ-साथ कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) नेता सीताराम येचुरी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) नेता डी राजा, द्रविड़ मुनेत्र कषगम (डीएमके) नेता एम कनिमोई, जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) नेता शरद यादव एवं केसी त्यागी ने भी भाग लिया.
कुछ छोटे क्षेत्रीय दलों के अलावा नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता व जम्मू एवं कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी इस आयोजन में शिरकत की. वैसे, शुक्रवार को आयोजित इस भोज के साथ ही उत्तर प्रदेश के दो प्रमुख प्रतिद्वंद्वी दलों समाजवादी पार्टी एवं बहुजन समाज पार्टी को राष्ट्रपति चुनाव से पहले एक साथ लाने के कांग्रेस के प्रयास सफल होते नज़र आए.
राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष के आम सहमति वाले उम्मीदवार के रूप में कई नामों पर चर्चा चल रही है, जिनमें मुख्य रूप से पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल एवं महात्मा गांधी के पौत्र गोपालकृष्ण गांधी, जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव, लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष मीरा कुमार एवं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख शरद पवार शाामिल हैं, हालांकि पवार ने स्वयं को इस दौड़ से अलग रखने की पहले ही घोषणा कर दी थी.
संसद भवन परिसर में हुई इस बैठक में कांग्रेस, आरजेडी, जेडीयू, एसपी, बीसपी, टीएमसी, जेएमएम, केरल कांग्रेस, नेशनल कॉन्फ्रेंस, एनसीपी, डीएमके, एआईयूडीएफ, आरएसपी, ऑल इंडिया मुस्लिम लीग, सीपीएम, सीपीआई और जेडीएस के नेता शामिल हुए।