राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने खुद को सच्चा पर्यावरणविद बताया
October 16, 2018
वाशिंगटन, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को खुद को एक सच्चा पर्यावरणविद बताते हुए इस बात पर भी जोर दिया कि जलवायु परिवर्तन संबंधी समझौते को लेकर अमेरिकी प्रशासन द्वारा उठाए गए कदम का उद्देश्य यह था कि वह अमेरिका को आर्थिक नुकसान में नहीं देखना चाहते।
ट्रंप ने फलोरिडा में संवाददाताओं से कहा ‘‘ जब आप पर्यावरण के बारे में बात करते हैं, तो मैं बताना चाहूंगा कि मैं एक सच्चा पर्यावरणविद हूं।’’ जब उनसे पर्यावरण को लेकर हुये हालिया अमेरिकी शोध के बारे में पूछा गया, तब उन्होंने यह बात कही। इस शोध में कहा गया है कि जलवायु परिवर्तन की वजह से तूफान भीषण और प्रचंड रूप ले लेंगे। ट्रंप ने कहा कि बहुत से लोग जब मुझे यह कहते हुए सुनते हैं कि मैं वास्तव में एक पर्यावरणविद हूं तो वे हंसते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मेरे पास सर्वाधिक साफ हवा है, और आगे भी रहेगी। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम प्रतिस्पर्धा नहीं कर सकते या हमें उन अन्य देशों के साथ प्रतिस्पर्धा करने की अनुमति नहीं है जो हमारी तरह काम नहीं कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम बहुत अच्छी तरह से प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं। हमारा देश इस धरती पर आर्थिक रूप से सबसे मजबूत देश है। मेरे चुने जाने के बाद से अमेरिका की अर्थव्यवस्था 10.7 खरब डॉलर से बढ़ कर 11.7 खरब डॉलर की हो गयी है। किसी ने सोचा नहीं था कि ऐसा संभव हो पाएगा।’’ ट्रंप ने कहा, ‘‘अन्य देशों में, उदाहरण के तौर चीन को ही लें, वे हमसे कई खरब डॉलर नीचे हैं। इसलिए हम वास्तव में अच्छा कर रहे हैं और मैं इसे इसी तरह बनाये रखना चाहता हूं।’’
गौरतलब है कि एक दिन पहले ही सीबीएस न्यूज के साथ साक्षात्कार में ट्रंप जलवायु परिवर्तन को अफवाह बताने वाले अपने पुराने दावे से पलट गए लेकिन उन्होंने कहा कि यह मानवजनित और स्थाई प्रभाव नहीं है और जलवायु में ‘‘फिर परिवर्तन होगा।’’ उन्होंने रविवार को कहा था कि जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभावों को रोकने के लिहाज से काम करते हुए वह अमेरिका को नुकसान की स्थिति में नहीं देखना चाहते हैं। उन्होंने कहा था ‘‘ मुझे लगता है कि कुछ हो रहा है। कुछ बदल रहा है और उसमें दोबारा बदलाव होगा। मुझे नहीं लगता कि यह अफवाह है, मुझे लगता है कि संभवत: कुछ फर्क है। लेकिन मुझे नहीं पता है कि यह मानवजनित है।’’
वाशिंगटन, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को खुद को एक सच्चा पर्यावरणविद बताते हुए इस बात पर भी जोर दिया कि जलवायु परिवर्तन संबंधी समझौते को लेकर अमेरिकी प्रशासन द्वारा उठाए गए कदम का उद्देश्य यह था कि वह अमेरिका को आर्थिक नुकसान में नहीं देखना चाहते।
ट्रंप ने फलोरिडा में संवाददाताओं से कहा ‘‘ जब आप पर्यावरण के बारे में बात करते हैं, तो मैं बताना चाहूंगा कि मैं एक सच्चा पर्यावरणविद हूं।’’ जब उनसे पर्यावरण को लेकर हुये हालिया अमेरिकी शोध के बारे में पूछा गया, तब उन्होंने यह बात कही। इस शोध में कहा गया है कि जलवायु परिवर्तन की वजह से तूफान भीषण और प्रचंड रूप ले लेंगे। ट्रंप ने कहा कि बहुत से लोग जब मुझे यह कहते हुए सुनते हैं कि मैं वास्तव में एक पर्यावरणविद हूं तो वे हंसते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मेरे पास सर्वाधिक साफ हवा है, और आगे भी रहेगी। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम प्रतिस्पर्धा नहीं कर सकते या हमें उन अन्य देशों के साथ प्रतिस्पर्धा करने की अनुमति नहीं है जो हमारी तरह काम नहीं कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम बहुत अच्छी तरह से प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं। हमारा देश इस धरती पर आर्थिक रूप से सबसे मजबूत देश है। मेरे चुने जाने के बाद से अमेरिका की अर्थव्यवस्था 10.7 खरब डॉलर से बढ़ कर 11.7 खरब डॉलर की हो गयी है। किसी ने सोचा नहीं था कि ऐसा संभव हो पाएगा।’’ ट्रंप ने कहा, ‘‘अन्य देशों में, उदाहरण के तौर चीन को ही लें, वे हमसे कई खरब डॉलर नीचे हैं। इसलिए हम वास्तव में अच्छा कर रहे हैं और मैं इसे इसी तरह बनाये रखना चाहता हूं।’’
गौरतलब है कि एक दिन पहले ही सीबीएस न्यूज के साथ साक्षात्कार में ट्रंप जलवायु परिवर्तन को अफवाह बताने वाले अपने पुराने दावे से पलट गए लेकिन उन्होंने कहा कि यह मानवजनित और स्थाई प्रभाव नहीं है और जलवायु में ‘‘फिर परिवर्तन होगा।’’ उन्होंने रविवार को कहा था कि जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभावों को रोकने के लिहाज से काम करते हुए वह अमेरिका को नुकसान की स्थिति में नहीं देखना चाहते हैं। उन्होंने कहा था ‘‘ मुझे लगता है कि कुछ हो रहा है। कुछ बदल रहा है और उसमें दोबारा बदलाव होगा। मुझे नहीं लगता कि यह अफवाह है, मुझे लगता है कि संभवत: कुछ फर्क है। लेकिन मुझे नहीं पता है कि यह मानवजनित है।’’