नयी दिल्ली , राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु दो और तीन अगस्त को राष्ट्रपति भवन में राज्यपालों के सम्मेलन की अध्यक्षता करेंगी। श्रीमती मुर्मु की अध्यक्षता में होने वाला राज्यपालों का यह पहला सम्मेलन होगा।
राष्ट्रपति सचिवालय के अनुसार सम्मेलन में सभी राज्यों के राज्यपाल शामिल होंगे। उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, केंद्रीय गृह मंत्री, कृषि एवं किसान कल्याण, शिक्षा, जनजातीय मामले, सूचना एवं प्रसारण, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन, और युवा मामले तथा खेल मंत्री के साथ साथ नीति आयोग के उपाध्यक्ष, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, प्रधानमंत्री कार्यालय, कैबिनेट सचिवालय, गृह मंत्रालय और विभिन्न मंत्रालयों के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी भाग लेंगे।
सम्मेलन के एजेंडे में तीन आपराधिक कानूनों का कार्यान्वयन प्रमुख रूप से शामिल है। इसके अलावा उच्च शिक्षा और विश्वविद्यालयों की मान्यता में सुधार, जनजातीय क्षेत्रों, आकांक्षी जिलों और ब्लॉकों तथा सीमावर्ती क्षेत्रों पर चर्चा की जायेगी। साथ ही ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ और ‘एक वृक्ष माँ के नाम’ तथा प्राकृतिक खेती जैसे अभियानों में राज्यपालों की भूमिका, सार्वजनिक संपर्क बढ़ाना, और राज्य में विभिन्न केंद्रीय एजेंसियों के बीच बेहतर समन्वय में राज्यपालों की भूमिका पर भी चर्चा करायी जायेगी। राज्यपाल अलग-अलग समूहों में इन एजेंडा विषयों पर विचार-विमर्श करेंगे। समापन सत्र में ये समूह राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधान मंत्री और अन्य प्रतिभागियों के समक्ष प्रस्तुति देंगे।