नयी दिल्ली, राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने नई महामारियों, संक्रमण और प्राकृतिक आपदाओं जैसे बढ़ते खतरों से उत्पन्न चुनाैती से निबटने के लिए देश की स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाने के वास्ते नर्सिंग शिक्षा अौर प्रशिक्षण में नवाचार तथा उन्नत प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल पर जोर दिया है।
मुखर्जी आज राष्ट्रपति भवन में अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस के अवसर पर स्वास्थ्य क्षेत्र में उत्कृष्ट सेवाओं के लिए 35 नर्सिंग कर्मियों को राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार से सम्मानित करने के अवसर पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि जिस हिसाब से नई महामारियां और संक्रमण के कारण स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र पर दबाव बढ़ रहा है उस हिसाब से वैश्विक अनुपात में देश में नर्सिंग कर्मियों की अभी भी बहुत कमी है। केन्द्र और राज्य सरकारों को मिलकर इसके लिए योजना बनानी होगी और नर्सिंग शिक्षा और प्रशिक्षण को बढ़ावा देना होगा।
राष्ट्रपति ने पुरस्कार विजेताओं को बधाई देते हुए नर्सिंग कर्मियों के परिश्रम, समर्पण और करुणा भाव की प्रशंसा करते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र के सहस्राब्दि विकास लक्ष्य की प्राप्ति और तेजी से विकसित हो रही भारतीय अर्थव्यवस्था में किफायती और गुणवत्ता युक्त स्वास्थ्य सेवाएं सबतक पहुंचाने में नर्सिंग कर्मियों की अहम भमिका है। अर्थव्यवस्था के विकास में वे अग्रिम पंक्ति मे खड़े हैं।
स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने इस अवसर पर पुरस्कार विजेताओं को बधाई देते हुए उन्होंने प्राइमरीए सेकेंड्री और तीसरे स्तर तक स्वास्थ्य देखभाल करने में नर्सों की भूमिका की अहमियत को रेखांकित किया। उन्होंने नर्सिंग क्षेत्र में अवसरंचना और मानव संसाधन विकास के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से उठाए गए कदमों का उल्लेख किया।
नड्डा ने यह बताया कि उनके मंत्रालय ने नर्सिंग कैडर को मजबूत बनाने के लिए अनेक कदम उठाए हैं। इन कदमों में एएनएमध्जीएनएम स्कूलों की स्थापना ए संस्थानों का स्कूल ऑफ नर्सिंग से कॉलेज ऑफ नर्सिंग में उन्नयनए संकट काल और प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं के लिए नर्सों का प्रशिक्षण तथा नर्स प्रैक्टिशनर्स कोर्स विकास हैं।
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय नर्सिंग और मिड वाइफ पोर्टल विकसित किया गया है। इसमें नर्सिंग से संबंधित सभी सूचनाएं दी गई हैं ए इसमें नर्सिंग क्षेत्र में भारत सरकार की गतिविधियों की जानकारी ए नर्सिंग और मिड वाइफ शिक्षा तथा मानव संसाधन उपलब्धता की जानकारीए सर्कुलरए अधिसूचनाए नौकरी के अवसर तथा ई.लर्निंग माड्यूल से संबंधित जानकारियां उपलब्ध कराई गई हैं। उन्होंने कहा कि देश में बड़ी संख्या में नर्सिंग कालेज और प्रशिक्षण केन्द्र खोले जा रहे हैं निजी क्षेत्र ने भी इसमें बढ़.चढ कर रुचि दिखाई है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि भारतीय नर्सों के लाइव रजिस्टर बनाने से नर्सिंग में वर्तमान मानव संसाधन की नवीनतम सूचना ए सटीक जानकारी और रियल टाइम सूचना आसान हो गई है। इससे वर्तमान में काम कर रही नर्सों की जानकारी आसानी से प्राप्त की जा सकती है। इससे सरकार को बेहतर मानव शक्ति नियोजन करने तथा भारत में नर्सिंग समुदाय के लिए नीति स्तर निर्णय में मदद मिलेगी। फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार के तहत विजेताओं को 50,000 रुपये नकद , एक प्रमाण पत्र, एक प्रशस्ति पत्र और एक पदक प्रदान किया गया। यह पुरस्कार हर साल स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से दिया जाता है।